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कुछ अनोखी होगी इस बार अयोध्या की रामलीला, पहले अयोध्या का इतिहास फिर सांसद मनोज तिवारी और सांसद रवि किशन का होगा संवाद

locationअयोध्याPublished: Sep 26, 2020 05:54:06 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

-पहले अयोध्या का इतिहास फिर सितारे खेलेंगे जमकर रामलीला-जहां-जहां रखे थे श्रीराम ने पग, उस मिट्टी के होंगे लाइव दर्शन- श्रीरामप्रतिमा के लिए नहीं हो पा रहा भूमि का अधिग्रहण- अब 1100 एकड़ की होगी नव्य अयोध्या

कुछ अनोखी होगी इस बार अयोध्या की रामलीला, पहले अयोध्या का इतिहास फिर सांसद मनोज तिवारी और सांसद रवि किशन का होगा संवाद

कुछ अनोखी होगी इस बार अयोध्या की रामलीला, पहले अयोध्या का इतिहास फिर सांसद मनोज तिवारी और सांसद रवि किशन का होगा संवाद

अयोध्या. कोरोना काल में अयोध्या की राम लीला कुछ अनोखी होने जा रही है। इस बार बड़े—बड़े बालीवुड सितारे रामलीला में अपने जीवंत अभिनय से श्रद्धालुओं का मन मोहेंगे। वहीं इस रामलीला को 14 भाषाओं में देश—दुनिया में दिखाया जाएगा। लक्ष्मण किले में होने वाले राम लीला के इस मंचन से पूर्व आधे घंटे का एक कार्यक्रम होगा जिसमें अयोध्या के इतिहास के बारे में भक्तों को सविस्तार पूर्वक रिकार्डेड प्रोग्राम दिखाया जाएगा। यह कार्यक्रम शाम 6:30 बजे शुरू होगा और इसके बाद रामलीला 7 बजे शुरू हो जाएगी। अयोध्या की रामलीला में इस बार 17 उन स्थानों की मिट्टी को पात्रों में भक्तों के लाइव दर्शन के लिए रखा जाएगा जहां पर भगवान राम के पग पड़े थे। ऐसा अयोध्या की रामलीला में पहली बार होगा। 17 से 25 अक्टूबर तक होने वाली रामलीला के सफलतापूर्वक मंचन के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ, संस्कृति विभाग और अयोध्या शोध संस्थान जुटा हुआ है।
श्रीराम जहां-जहां पड़े पग :- सांसद व वरिष्ठ भाजपा नेता प्रवेश साहिब सिंह वर्मा बताया कि रामलीला शुरू होने से पहले आधे घंटे का रिकार्डेड प्रोग्राम दिखाया जाएगा जिसमे अयोध्या का इतिहास दिखाया जाएगा। सबसे बड़ी बात यह है कि भगवान श्रीराम के चरण पृथ्वी पर जहां—जहां पड़े वहां की मिट्टी को रामलीला में लाइव दर्शन के लिए रखा जाएगा। 17 जगहों ऋषम्मुक पर्वत, किष्किंघा (हम्पी कर्नाटक), चक्रतीर्थ (तुंगमुद्रा नदी के पास), विश्वामित्र आश्रम, संगम (इलाहाबाद), नंदी ग्राम (हनुमान भरत मिलाप), भरतकुंड, जटातीर्थ, रामेश्वर मंदिर, विमुंडी तीर्घ (तमिलनाडु), दर्भशमनम (तमिलनाडु), दंडक वन (महानदी, शबरी, गोदावरी नदी के किनारे यात्रा की), कावेरी नदी के किनारे यात्रा की, सीता-कुंड (बीकापुर), भदर्शा (नंदी ग्राम के पास, अयोध्या), श्रृंगवेरपुर, अक्षयवर (इलाहाबाद), धनुषकोटी की मिट्टी के रामलीला में लाइव दर्शन होंगे।
सितारे और राजनेता बनेंगे रामलीला के पात्र :- प्रवेश साहिब सिंह वर्मा बताया कि, इस रामलीला में मुख्य भूमिका में सांसद और फिल्म स्टार मनोज तिवारी अंगद, सांसद (गोरखपुर) और फिल्म स्टार रवि किशन भरत की भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म स्टार विन्दु दारा सिंह हनुमान का रूप धरेंगे तो असरानी नारद मुनि का। रज़ा मुराद अहिरावण, शाहबाज खान रावण, अवतार गिल सुबहुं और जनक के किरदार में रहेंगे तो राजेश पुरी सुतिकसं, निषादराज, रितु शिवपुरी केकई, अभिनेता राकेश बेदी विभीषण, राकेश बेदी की बेटी सुलोचना के किरदार में नजर आएंगी। सोनू डागर (राम के किरदार में) और कविता जोशी ( सीता के किरदार में) मौजूद थे। रामलीला के सबसे अहम किरदार भगवान राम सोनू डागर और कविता जोशी सीता की भूमिका अदा करेंगी।
दर्शक रहेंगे नदारद :- पर इस रामलीला जो सबसे अनोखा पक्ष है वह है कि रामलीला मंचन में दर्शक नदारद रहेंगे। उन्हें यहां आने की स्वीकृति बिल्कुल नहीं है। रामलीला को सिर्फ सैटलाइट चैनल्स, यूट्यूब चैनल और अन्य सोशल मीडिया चैनल्स पर ही 17 से 25 अक्टूबर तक शाम 7 बजे से 10 बजे तक दिखाया जाएगा। इस रामलीला का मंचन लक्ष्मण किला ( सरयू नदी तट), अयोध्या में होगा।

अब 1100 एकड़ में बनेगी नव्य अयोध्या

योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट नव्य अयोध्या के निर्माण की तैयारी शुरू कर दी गई है। इस योजना के लिए प्रस्तावित 1000 एकड़ में 100 एकड़ भूमि को और बढ़ा दिया गया है। अब कुल जमीन 1100 एकड़ हो गई है, जिसमें नव्य अयोध्या को मूर्तरूप देने का कार्य किया जाएगा।आवास विकास परिषद और विकास प्राधिकरण के संयुक्त निर्देशन में इसकी तैयारी की जाएगी। इसके लिए आवास विकास परिषद का कार्यालय भी खोला गया है। इस योजना को मूर्त रूप प्रदान किए जाने को लेकर अयोध्या पहुंचे अपर आवास आयुक्त डॉ नीरज शुक्ला ने नव्य अयोध्या को लेकर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष विशाल सिंह के साथ समीक्षा बैठक कर ब्योरा तैयार किया है।
2 वर्ष के बाद भी श्रीराम प्रतिमा लगाने की योजना अधूरी

अयोध्या में 2 वर्ष पूरे होने के बाद भी विश्व की सबसे ऊंची 251 मीटर की भगवान श्रीराम की प्रतिमा लगाने की योजना किसानों के विरोध के काऱण अभी तक अधिकारी भूमिअर्जन नही कर सके है। अयोध्या की माझाबराहटा क्षेत्र में 100 एकड़ की भूमि पर बनाने की योजना थी। सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत इस योजना को लेकर कैबिनेट ने मंजूरी भी दे दी लेकिन भूमि अधिअर्जन में किसानों ने उचित मुआवजा न मिलने का आरोप लगाते हुए जमीनों को देने से इनकार कर दिया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर भूमिअर्जन के लिए निर्देशित किया है। किसानों की मांग है कि वर्ष 2017 के सर्कल रेट बढ़ाते हुए वर्तमान समय के अनुसार सर्कल रेट से चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए।
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