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अयोध्या में रियल एस्टेट में बूम, सिर्फ डेढ़ साल में कई गुना बढ़ गए जमीनों के रेट

locationअयोध्याPublished: Jul 06, 2021 11:25:50 am

Submitted by:

Mahendra Pratap

– राममंदिर के 10 किमी के दायरे में जमीन का प्रतिवर्ग फुट रेट सात हजार रुपए

अयोध्या में रियल एस्टेट में बूम, सिर्फ डेढ़ साल में कई गुना बढ़ गए जमीनों के रेट

अयोध्या में रियल एस्टेट में बूम, सिर्फ डेढ़ साल में कई गुना बढ़ गए जमीनों के रेट

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

अयोध्या. Demand for land increased in Ayodhya रामलला के मंदिर निर्माण और नई अयोध्या के विकास ने हर व्यक्ति के मन में यह लालसा पैदा कर दी है कि, रामनगरी में उसकी जमीन हो। इस मांग ने अयोध्या के रियल एस्टेट में बूम ला दिया है। जमीन की कीमतें बढ़ गई हैं। अयोध्या विजन डॉक्यूमेंट की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी का कहना कि, अयोध्या के विकास को एक आध्यात्मिक केंद्र, वैश्विक पर्यटन केंद्र और एक स्थायी स्मार्ट शहर के रूप में देखा जा रहा है। पीएम के इस डायलाग ने अयोध्या में जमीन खरीद रहे लोगों में विश्वास पैदा कर दिया है।
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यूपी सरकार बना रही है नव्या अयोध्या :- 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह तय हो गया कि अब राम मंदिर को बनने से कोई नहीं रोक सकता है। नई योजनाएं बनने लगी। नव्य अयोध्या टाउनशिप, 200 एकड़ में इक्ष्वाकु सिटी, अंतरराष्ट्रीय रामलीला स्थल, राम-शोध केंद्र जैसे कई प्रोजेक्ट यूपी सरकार ने अयोध्या में शुरू कर दिए हैं। नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन का जीर्णोद्धार और एक नया बस टर्मिनस सब कुछ बन रहा है। और अब अयोध्या विजन डॉक्यूमेंट ने अयोध्या के विकास को उंचाईयों पर पहुंचाने का रास्ता खोल दिया है।
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कई प्रोजेक्ट की योजना :- क्रेडाई सूत्रों के अनुसार, अयोध्या में दो फाइव स्टार होटल, 20 थ्री या फोर स्टार होटल खुलने की संभावना है। पांच से सात साल में 15 से 30 लाख रुपए वाले 5000 फ्लैट की मांग हो सकती है। ऐसे प्रोजेक्ट में करीब 15 डेवलपर्स ने रुचि दिखाई है।
सरकार को भी चाहिए जमीन और निजी क्षेत्र को भी :- सरकार अयोध्या को एक वैदिक शहर में बदल रही है जहां पुरानी परम्पराएं और आधुनिक सुविधाओं का मेल हो। नया शहर बन रहा है आर पुराने का पुनरुोद्धार किया जा रहा है। इसलिए जमीन की मांग सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी बढ़ रही है। यह मांग अयोध्या की जमीनों की कीमतों को आसमान तक पहुंचा रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने बढ़ा दिए दाम :- प्रॉपर्टी डीलरों और स्थानीय निवासियों ने बताया कि, राम मंदिर के 10 किमी के दायरे में संपत्ति की कीमतें सालाना पांच से सात प्रतिशत तक बढ़ जाती हैं, पर नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से इसमें लगभग चार से छह गुना वृद्धि देखी गई है।
जमीनोंं की रजिस्ट्री 200 प्रतिशत बढ़ी :- अयोध्या जिले के स्टाम्प और पंजीकरण विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि, संपत्ति की बढ़ती कीमतों के साथ, भूमि लेनदेन (संपत्ति पंजीकरण) में भी 2017-18 और 2020-21 के बीच 200 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
खूब कमाया राजस्व :- अयोध्या स्टाम्प और पंजीकरण विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2017-18 में जिले में कुल 5,962 भूमि लेनदेन पंजीकृत हुए, जबकि 2018-19 में यह संख्या 15,084 हो गई। वर्ष 2019-20 में, कुल 16,285 भूमि तो वित्तीय वर्ष 2020-21 में 19,818 भूमि लेनदेन पंजीकृत हुए। स्टांप और पंजीकरण विभाग के अफसरों के अनुसार, विभाग ने 2018-19 में भूमि पंजीकरण से राजस्व के रूप में 112.35 करोड़ रुपए मिले तो वर्ष 2019-20 में 125.51 करोड़ रुपए और वर्ष 2020-21 में 151.68 करोड़ रुपए कमाए गए।
जमीन के बाहरी खरीदार अधिक हैं :- अयोध्या में यूपी से बाहर अन्य राज्य के लोग जमीन की अधिक खरीद फरोख्त कर रहे हैं। पहले ऐसा नहीं होता था। सब-रजिस्ट्रार, अयोध्या एस.बी. सिंह ने बताया कि, अयोध्या में रोजना जमीन की खरीद हो रही है पर खरीदार बाहर के राज्यों से हैं। कोई दिल्ली तो कोई चंडीगढ़, कोई गुजरात से है।
7,000 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गया है रेट :- एक अयोध्या में प्रॉपर्टी का काम करने वाले एक डीलर के अनुसार, राम मंदिर के 10 किमी के दायरे में नवंबर 2019 में 600 रुपए से 1,000 रुपए प्रति वर्ग फुट रेट था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, यह रेट बढ़कर 2,200 रुपए से 3,500 रुपए प्रति वर्ग फुट हो गया। अब अगर आज की बात करें तो 5,000 रुपए से 7,000 रुपए प्रति वर्ग फुट रेट हो गया है। यह एक चौंकने वाली बात है।
सोने के भाव (Gold price) में भी नहीं मिल रही जमीन :- अयोध्या के रहने वाले चंद्रभूषण का कहना है कि, कुछ साल पहले अयोध्या गांव की तरह था। पर राम मंदिर के फैसले ने विकास को गति दी। वर्ष 2019 से पहले किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि एक दिन अयोध्या में जमीन से सोने के भाव में भी नहीं मिल पाएगी।
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