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अस्तित्व के खतरे में अयोध्या की यह विरासत

locationअयोध्याPublished: Feb 21, 2021 09:16:00 pm

Submitted by:

Satya Prakash

क्षीरसागर कुंड को पाटने की कोशिश के विरोध में उतरे पार्षद रमेश दास व स्थानीय लोगो ने सफाई कर किया श्रमदान

अस्तित्व के खतरे में अयोध्या की यह विरासत

अस्तित्व के खतरे में अयोध्या की यह विरासत

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क

अयोध्या. राम नगरी अयोध्या में सप्तसागर (Saptsagar) के बाद अब भूमाफियाओं की नजर क्षीरसागर कुंड (kund) है। देर रात्रि जेसीबी मशीन द्वारा कुंडों को पाटने का कार्य किया जा रहा है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारी इस पर लगाम लगाने में असमर्थ साबित हो रहे हैं। और अब पार्षद रमेश दास स्थानीय नागरिकों के साथ कुंड को अस्तित्व को लाने के लिए संघर्ष शुरू कर दिया है।
राम मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या के प्राचीन कुंडों को भी विकसित करने की मंशा पर अधिकारियों के मिली भगत से भूमाफिया कुंडों के अस्तित्व को ही समाप्त कर रहे हैं। ताजा मामला राम जन्मभूमि परिसर के निकट स्थित क्षीरसागर कुंड का है जहां देर रात्रि डंपर व जेसीबी मशीन द्वारा कुंड को पाटने की कोशिश कर रहे थे। जिसको लेकर स्थानीय लोगो ने जबकर हंगामा किया। और मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल पटाई के कार्य रोक दिया। वहीं दूसरे दिन नगर निगम पार्षद ने रमेश दास ने स्थानीय नागरिकों के साथ सफाई कार्य शुरू कर श्रम दान किया। और प्रदेश सरकार से क्षीरसागर को पुनः अपने अस्तित्व में लाने की मांग की है। दरसल कुंड को पाटने के कारण आये दिन आसपास के क्षेत्र में जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय निवशियों ने बताया कि कुंड की पटाई करने के कारण आये दिन यहां का जल क्षेत्र में जलभराव का रूप लेता है। जिसके कारण लोगो के घरों में भी जल भर जाता है। जल्द ही इस कुंड को विकसित नही किया गया तो जन आंदोलन भी कर सकते है।
नगर निगम पार्षद रमेश दास ने बताया कि अयोध्या में कई धरोहर कुंड है। और सभी के सौंदर्यीकरण करने के लिए प्रदेश सरकार की मंशा है। कि मंदिरों को कुंड से जुड़ा जाए। लेकिन क्षीरसागर कुंड में भूमाफिया मिट्टियाँ पाट रहे थे जिसको लेकर नगर निगम में कई बार प्रस्ताव भेज है। जिसकी जानकारी स्थानीय विधायक व सांसद को भी दिया है। सभी सहयोग में है। आज हम लोगो ने कुंडा का सफाई किया है। कल जेसीबी लगाकर इसके सौंदर्यीकरण करने का कार्य करेंगे।
वहीं स्थानीय नागरिक रामभद्र दास ने बताया कि यह भूमि क्षीरसागर के नाम दर्ज है। जिसको लेकर कोर्ट ने पहले ही जीर्णोद्धार कराने जाने के लिए जिला प्रशासन को आदेशित किया था। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई अब एक बार फिर कुंड को पाटने की कोशिश किया जा रहा है। जब कि इस भूमि पर स्थानीय अधिकारियों द्वारा गाटा संख्या 1578 के तहत कुंड होने की कार्यवाही की जा चुकी है।

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