अयोध्या के बड़े संत परमहंस दास बोले, माफ हो शबनम की फांसी की सजा
अमरोहा जिले के बावनखेड़ी गांव की शबनम के पक्ष में अब अयोध्या से आवाज उठ रही है।

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
अयोध्या. अमरोहा जिले के बावनखेड़ी गांव की शबनम के पक्ष में अब अयोध्या से आवाज उठ रही है। अयोध्या के नामी गिरामी संत परमहंस दास ने अपील की है कि, उसका अपराध बड़ा जरूर है लेकिन फांसी नहीं दी जानी चाहिए। शबनम को महिला होने के चलते माफी दी जाए।
आरटीआई की ताकत, 10 रुपए खर्च कर मिली एक अरब की संपत्ति
अयोध्या के संत परमहंस दास का कहना है कि महिला की जगह वेदों और पुराणों में भी पुरुषों से हजार गुना ज्यादा है। हिंदू धर्माचार्य होने के नाते वह राष्ट्रपति से अपील करते हैं कि शबनम की दया याचिका स्वीकार की जाए। उसकी फांसी माफ की जाए। इसके साथ ही परमहंस दास का मानना है कि उसने अब तक जो भी सजा भुगती है वह काफी है। अब राष्ट्रपति से उसे जीवन दान मिलना चाहिए।
अमरोहा के बावनखेड़ी में शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अप्रैल 2008 को अपने ही परिवार के सात लोगों की जान ले ली थी। पिछले साल शबनम की दया याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया था और फिर राष्ट्रपति ने भी उसकी दया याचिका ठुकरा दी। और एक बार और दया याचिका की गुहार की गई। अगर यह भी दया याचिका ठुकरा दी जाती है तो शबनम भारत की वो पहली महिला होगी जिसे फांसी पर लटकाया जाएगा।
अब पाइए अपने शहर ( Ayodhya News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज