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भाजपा के लिए बड़ी मुश्किले संतों ने राजनीतिक मंच पर जाने से किया इनकार

locationअयोध्याPublished: Apr 25, 2019 12:03:11 pm

Submitted by:

Satya Prakash

राम मंदिर निर्माण में हो रही देरी व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या से दूरी बनाए होने से नाराज संतों का बड़ा फैसला

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भाजपा के लिए बड़ी मुश्किले संतों ने राजनीतिक मंच पर जाने से किया इनकार

अयोध्या : 2019 लोकसभा चुनाव में फैजाबाद लोकसभा सीट पर अयोध्या के संतो की नाराजगी से भाजपा के लिए संघर्ष पूर्ण होता दिखाई दे रहा है पीएम मोदी के अयोध्या न आने को लेकर संतों में निराशा बढ़ती जा रही हैं। जिसके कारण 2019 लोकसभा चुनाव से संतों ने दूरी बना ली हैं। भाजपा के किसी भी राजनीतिक मंच पर संत जाने से मना कर दिए हैं जब कि चल रहे लोकसभा चुनाव को लेकर 1 मई को पीएम नरेंद्र मोदी फैजाबाद लोकसभा सीट के लिए विशाल जनसभा करेंगे।
राम नगरी अयोध्या की फैजाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा के प्रत्याशी लल्लू सिंह के समर्थन में 1 मई को फैजाबाद के माया बाजार में पीएम नरेंद्र मोदी जनसभा आयोजन करने जा रहे हैं लेकिन अयोध्या जिले में होते हुए भी रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या नगर में नहीं पहुंचेंगे। जिससे नाराज अयोध्या के संतों ने भी भाजपा के किसी भी राजनीतिक मंच पर जाने से मना कर दिया है अयोध्या के संतो के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी कि हिंदुओं के लिए सही पार्टी है लेकिन आज जिस तरह से पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या से बचते रहे हैं तो अब अयोध्या के संत भी किसी भी राजनीतिक मंच पर नहीं खड़े होंगे जिसके कारण फैजाबाद लोकसभा सीट पर भाजपा के लिए इस सीट पर संघर्ष दिखाई दे रहा है।
राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य महंत कमल नयन दास ने बताया कि भाजपा ही हिंदवादी पार्टी है इसलिए आज अयोध्या के संत सभी भाजपा के समर्थन में हैं लेकिन अब संत किसी भी राजनीतिक पार्टी के लिए राजनीतिक मंच पर नहीं दिखाई देंगे आज जिस प्रकार से देश की राजनीति व सुप्रीम कोर्ट में भगवान श्री राम की भव्य राम मंदिर निर्माण को लेकर टाला टाली किया जा रहा है इससे अयोध्या के संत बहुत दुखी हैं और संत यही चाहते हैं कि जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण हो राम मंदिर के निर्माण से ही देश का विकास और देश फिर से राष्ट्र गुरु बन सकता है
वहीं रामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि देश की रक्षा व सनातन धर्म की रक्षा करने वाली पार्टी की जरूरत हैं लेकिन अयोध्या से जो दूरी बनाए रखेगा उससे अयोध्या के संत से भी दूर रहें।
वहीं रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि चुनाव आते ही पार्टियां भगवान श्री राम का नाम यूज़ करने लगते है लेकिन रामलला का दर्शन करना उचित नहीं समझते हैं। जिसके कारण आज अयोध्या के संत काफी निराश हैं जिस प्रकार से भाजपा के नेता अयोध्या नहीं आना चाहते उसी तरह अब अयोध्या के संत भी किसी भी राजनीतिक मंच पर ना जाने का मन बना लिया है।
वहीं अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष महंत कन्हैया दास ने कहा कि हिंदू राष्ट्र व हिंदू धर्म की रक्षा के लिए भाजपा ही एक मात्र पार्टी है लेकिन आज जिस प्रकार से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आने के बाद भी राम लीला का दर्शन करने नहीं पहुंच रहे हैं इससे अयोध्या के संत काफी नाराज हैं लेकिन यदि मोदी रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आना चाहिये इससे भगवान का आशीर्वाद के संतों का भी आशीर्वाद मोदी को प्राप्त होगा आज नरेंद्र मोदी किस कारण से अयोध्या से दूरी बनाए हुए है यह हमें नही पता लेकिन संतों की मायूसी को दूर करने के लिए अब मोदी को अयोध्या आना चाहिए संत काफी दुखी हैं ।
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