अयोध्या के जगदगुरु महंत राम्दिनेशाचार्य ने कहा कि जनता अपना मत देकर के सरकारे बदलती और बनाती रहती हैं यह बात निश्चित होती है कि जनता की संभावनाओं पर कोई पार्टी खरी नहीं उतर पाती है तब जनता अपना नेता और अपनी पार्टी बदल देती है इसलिए अपनी करनी और कथनी है उस पर नेताओं को एक रखना चाहिए और जो कहे उस वादे पर निश्चित रूप से खडा उतरना चाहिए इसके साथ कहीं न कहीं राम मंदिर के मुद्दे पर भी सरकार की उदासीनता रही है जो कि तीनों राज्यों में इस तरह की हार मिली हैं.
राम वल्लभा कुंज के अधिकारी बांध राजकुमार दास ने कहा कि इस तरह का चुनाव स्थानीय समस्याओं पर निर्भर होता है लेकिन मौजूदा सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया रहा होगा जिस वजह से आज दूसरी पार्टी आ रही है हिंदू सनातन धर्म कि लोगों को पीड़ा है ही कि भगवान श्री राम के भव्य मन्दिर पर चर्चा ना होना. लेकिन मुख्यता स्थानीय मुद्दे ही इन चुनावों में ज्यादातर हावी होते हैं ।
वहीं राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास ने कहा कि इन प्रदेशों में अभी तक भाजपा का राज था लेकिन वहां की जनता ने बदलाव कर दिया है वहीं अधिक टिप्पणियां करते हुए कहा कि स्थानीय नेताओं द्वारा जिस तरह का व्यवहार जनता के प्रति रहा होगा यह उसका परिणाम है लेकिन यह भी कहा कि जनता सबको सबक सिखाती है।