अयोध्या पहुंचे केंद्रीय पर्यटन संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने रामायण म्यूजियम के लिए भूमि का किया निरीक्षण ,रामायण सर्किट योजना के तहत 154 करोड रुपए से बदलेगी रामनगरी अयोध्या की सूरत, राम के आदर्शों को पर्यटन के माध्यम से पूरी दुनिया में पहुचाने का लक्ष्य
अनूप कुमार.
अयोध्या. केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा मंगलवार की दोपहर धार्मिक नगरी अयोध्या पहुंचे जहां उन्होंने सबसे पहले श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के आश्रम मणि राम दास छावनी जाकर उनसे मुलाकात की । जिसके बाद उन्होंने पुण्य सलिला सरयू के तट पर जाकर मां सरयू का पूजन और अभिषेक किया । केंद्रीय मंत्री के इस पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उन्होंने प्राचीन सिद्ध पीठ हनुमान गढ़ी पर दर्शन करने के बाद विवादित परिसर में विराजमान रामलला का दर्शन और पूजन किया । इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने अयोध्या के प्रमुख साधू संतो से भी मुलाकात कर उनसे आशीर्वाद लिया।
अयोध्या में कारसेवक पुरम परिसर में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कहा की अयोध्या में भगवान रामलला का दर्शन कर उन्हें आनंद की अनुभूति हुई है। भगवान श्री राम के आदर्शों को पर्यटन के माध्यम से पूरी दुनिया तक पहुंचाने के लिए रामायण सर्किट की एक बड़ी योजना बनाई गई है जिसके तहत 154 करोड़ रुपए का बजट अयोध्या में पर्यटन विकास से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों के लिए पास किया गया है। इस परियोजना में सरयू तट के किनारे दो स्थान चिन्हित किए गए हैं जिनमे से एक स्थान पर रामायण म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा । इस म्यूजियम में 20 मिनट में लेज़र सिस्टम वर्चुअल सिस्टम के जरिए पूरी रामायण का दर्शन पर्यटक और श्रद्धालु कर सकेंगे। यह म्यूजियम पूरी तरह से मोस्ट मार्डन म्यूजियम होगा।
चुनाव से पूर्व अयोध्या में रामायण म्यूजियम के सवाल पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि इस योजना की घोषणा भारतीय जनता पार्टी ने 1 वर्ष पहले ही कर दी थी। 4 माह पहले इसके लिए फंड रिलीज हुआ और 2 महीने पहले विभाग के अधिकारियों ने इस योजना को धरातल पर लाने के लिए अयोध्या का सर्वे भी किया इसलिए इस योजना को चुनाव से जोड़ना गलत है । वही समाजवादी पार्टी द्वारा अयोध्या में थीम पार्क बनाने को लेकर केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह सवाल युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से किया जाना चाहिए जिनकी सरकार को अब महज डेढ़ महीने बचे हैं। तब उन्हें राम की याद क्यों आ गई हमारा इम्तिहान साल 2019 में है इसलिए हमारे इस प्रयास को चुनाव से जोड़ना ठीक नहीं है। यह सवाल जाकर अखिलेश यादव से पूछना चाहिए । आजादी के साठ सालों में बहुत से लोगों को भगवान राम की सेवा करने का मौका नहीं मिला। अयोध्या में अगर भगवान राम के नाम पर कोई निर्माण होता है तो इसमें कोई हर्ज नहीं है भगवान राम की सेवा का अवसर सभी को मिलना चाहिए। अयोध्या में राम के नाम पर सब कुछ बने यह सौभाग्य की बात है।
मंच से कार्यक्रम स्थल पर मौजूद जनता को संबोधित करते हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्री महेश शर्मा ने बारी बारी से प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी पर निशाना साधा। महेश शर्मा ने कहा की प्रदेश में एक बहन जी की सरकार थी जो सिर्फ पत्थरों की मूर्तियां बनाकर उन्हें अपना चेहरा तलाशने का काम करती थी और प्रदेश की जनता ने गाढ़ी कमाई को लूटने का काम किया और उसके बाद युवा चेहरे के रूप में अखिलेश यादव की सरकार आई जिन्होंने बसपा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ कारवाई करने की बात तो कही, लेकिन बसपा सरकार में जमकर भ्रष्टाचार करने वाले यादव सिंह जैसे अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही किए बिना उसे अपने साथ जोड़ लिया।
इस वादे के साथ कि पहले तुमने बसपा को लूट कर दिया है अब सपा को दो। दोनों ही सरकारों ने जनता को छलने का काम किया है। कार्यक्रम में फ़ैज़ाबाद के भाजपा सांसद लल्लू सिंह, रुदौली विधायक राम चंद्र यादव सहित हज़ारों की संख्या में नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री कर रहे थे मंदिरों में दर्शन और लग रहे थे रामलला हम आएंगे मंदिर वहीँ बनाएंगे के नारे
अयोध्या के प्रमुख मठ मंदिरों में दर्शन और पूजन करते हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्री पूरी तरह से राममय नज़र आये और रामनामी ओढ़कर पूरी श्रद्धा के साथ उन्होंने सरयू तट के किनारे माँ सरयू का अभिषेक किया और प्रसिद्ध सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में दर्शन पूजन किया। इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ता जय श्री राम और रामलला हम आएंगे मंदिर वहीँ बनाएंगे के नारे लगाते रहे।