1 मार्च 1992 से लगातार भगवान श्री राम लला के पूजा पाठ कर रहे प्रधान पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास को 28 वर्ष के बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व प्रशासन ने रोक लगा दिया जिसके कारण 12 व 3 अगस्त को राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश नहीं कर सके वही होने वाली भूमि पूजन मैं भी शामिल होने पर संशय है इस दौरान भगवान श्री राम लीला के पूजन अर्चन की जिम्मेदारी सहायक पुजारी संतोष दास को दी गई है जोगी रामलला के लिए तीनों समय पूजन अर्चन व दोपहर में लगने वाले भोग की जिम्मेदारी है।
आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि परिसर में हमारे सहायक पुजारी को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आया था लेकिन ट्रस्ट ने हम पर भी रोक लगा दिया है। जबकि कोरोना जांच में हमारी रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है उनके मुताबिक 1 मार्च 1992 से श्री रामलला के पुजारी रहे हैं। और हर माहौल में रामलला का सेवा किया है। प्रशासन ने 3 दिन का रोक लगाया है। उनके मुताबिक 1,2 और 3 अगस्त को नही जाएंगे 4 और 5 को आगे प्रशासन व ट्रस्ट ने आगे की रोक नहीं लगाया तो जाएंगे