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राम मंदिर के लिए तैयार हो रहा 2100 किलो का घंटा, मुस्लिम समाज के लोगों ने घंटा बनाने में किया सहयोग

locationअयोध्याPublished: Nov 13, 2019 12:41:58 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

राम मंदिर का ब्लू प्रिंट सामने आने के बाद मंदिर से जुड़े सामान भी तैयार किए जा रहे हैं

राम मंदिर के लिए तैयार हो रहा 2100 किलो का घंटा, मुस्लिम समाज के लोगों ने घंटा बनाने में किया सहयोग

राम मंदिर के लिए तैयार हो रहा 2100 किलो का घंटा, मुस्लिम समाज के लोगों ने घंटा बनाने में किया सहयोग

अयोध्या. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) बनाने की कवायद तेज हो गई है। मंदिर का ब्लू प्रिंट सामने आने के बाद मंदिर से जुड़े सामान भी तैयार किए जा रहे हैं। राम मंदिर में बनने वाले घंटे को जनपद एटा के पीतल नगरी के अंतर्गत आने वाले तहसील जलेसर में तैयार किया जा रहा है। खास बात यह है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले ही यहां मंदिर का घंटा बनाने का ऑर्डर मिल चुका था।
राम मंदिर के लिए तैयार हो रहा 2100 किलो का घंटा, मुस्लिम समाज के लोगों ने घंटा बनाने में किया सहयोग
घंटे का डिजाइन बनाने में मुस्लिम समाज का सहयोग

जलेसर में तैयार किए गए घंटे का वजन 2100 किलो है। इसकी ऊंचाई छह फुट और चौड़ाई पांच फुट है। घंटे का निर्माण करने वाले कारखाना मालिक जलेसर से नगरपालिका के चेयरमैन विकास मित्तल ने कहा कि इस काम में मुस्लिम समाज का बड़ा योगदान है। घंटे को बनाने में मुस्लिम समाज के इकबाल ने सहयोग किया है। इसकी डिजाइनिंग और घिसाई में भी मुस्लिम समाज का सहयोग मिला है। घंटे की कीमत 10 से 12 लाख रुपये है।
राम मंदिर के लिए तैयार हो रहा 2100 किलो का घंटा, मुस्लिम समाज के लोगों ने घंटा बनाने में किया सहयोग
घंटे पर अंकित होगा जलेसर नाम

राम मंदिर के लिए तैयार किए गए 2100 किलो के इस घंटे पर एटा सहित जलेसर का नाम अंकित किया जाएगा। ताकि अयोध्या में जब यह मंदिर लगे, तो लोगों को पता चल सके कि घंटा एटा के जलेसर से बन कर आया है। राम मंदिर में लगने वाले इस घंटे को बनाने के लिए मुस्लिम समाज के लोग भी सहयोग कर रहे हैं जो सांप्रदायिक सौहार्द्र को बनाए रखने का प्रतीक माना जा रहा है। कारीगर इकबाल कहते हैं कि वह 40 साल से इस काम को कर रहे हैं। मंदिर के लिए घंटा भी उन्होंने ही बनाया है।
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