चंपत राय ने कहा कि इस विशाल अभियान में 1,75,000 टोलियों में लगभग 9 लाख कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर संपर्क किया। 38125 कार्यकर्ताओं के माध्यम से समर्पण निधि बैकों में जमा हुई। सम्पूर्ण अभियान की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए जहां देश भर में 49 नियंत्रण केंद्र बनाए गए वहीं दिल्ली स्थित मुख्य केंद्र में दो चार्टर्ड एकाउंटेंटों के नेतृत्व में अकाउंटस की निगरानी हेतु 23 योग्य कार्यकर्ताओं ने सम्पूर्ण भारत से सतत संपर्क साधकर रखा। हैदराबाद की धनुषा इन्फोटेक कंपनी द्वारा बनाए गए एप ने कार्यकर्ताओं, बैंकों तथा न्यास के बीच एक मजबूत सेतु के रूप में कार्य किया।
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2500 करोड़ रुपए से ज्यादा समर्पण निधि जमा
चंपत राय ने कहा कि अंतिम आंकड़े आने शेष हैं, फिर भी 4 फरवरी तक की प्राप्तियों के आधार पर कहा जा सकता है कि समर्पण राशि 2500 करोड़ को पार करेगी। इसी माह में देश के प्रत्येक जिले में अभियान का अंकेक्षण (ऑडिट) भी पूर्ण हो जाएगा। देश के प्रत्येक कोने में रामभक्तों ने समर्पण किया है। पूर्वोत्तर के राज्यों में अरुणाचल प्रदेश से 4.5 करोड़, मणीपुर से 2 करोड़, मिजोरम से 21 लाख, नागालेंड से 28 लाख व मेघालय से 85 लाख तथा दक्षिण के राज्यों में से तमिलनाडु से 85 करोड़ व केरल से 13 करोड़ समर्पण राशि जमा चुकी है।
जन्मभूमि पर चल रहे कार्य की स्थित के बारे में चंपत राय ने कहा कि नींव की खुदाई तथा मलवा हटाने का कार्य लगभग 60 फीसदी पूरा हो चुका है। आशा है अप्रैल से नींव की भराई का कार्य भी प्रारंभ हो जाएगा।