scriptअयोध्या को देख नाराज हुए सीएम योगी, समीक्षा बैठक में कहा लापरवाही और शिथिलता पर तय होगी जवाबदेही | CM Yogi got angry about development work of Ayodhya | Patrika News

अयोध्या को देख नाराज हुए सीएम योगी, समीक्षा बैठक में कहा लापरवाही और शिथिलता पर तय होगी जवाबदेही

locationअयोध्याPublished: Nov 27, 2022 08:24:54 pm

Submitted by:

Satya Prakash

अयोध्या में चल रही सड़क चौड़ीकरण योजना में 1100 बैनामे में हुए है 55 बैनामे, दिसंबर तक कार्य को पूरा करने का सीएम योगी ने दिया निर्देश

अयोध्या में नाराज हुए सीएम योगी, समीक्षा बैठक में कहा लापरवाही और शिथिलता पर तय होगी जवाबदेही

अयोध्या में नाराज हुए सीएम योगी, समीक्षा बैठक में कहा लापरवाही और शिथिलता पर तय होगी जवाबदेही

अयोध्या को विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के लिए अधिकारी समयबद्वता से कार्य करें तथा अयोध्या विजन के कार्यो की प्रत्येक सप्ताह समीक्षा हों तथा अयोध्या के विकास पर पूरे देश की नजर टिकी हुई है इसके विकास को एक माॅडल के रूप में प्रस्तुत करें। कहा कि विश्व स्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के लिए विजन 2047 के कार्यो की समीक्षा की गयी। अयोध्या में वर्तमान में 260 परियोजनायें चल रही है जो लगभग 30 हजार करोड़ की है, इसमें 35 कार्यकारी विभाग है। इस योजनाओं के आधार पर अयोध्या को विश्व स्तरीय नगर बनाने के लिए सभी विभागों से गुणवत्ता के साथ समयबद्वता के साथ और विशेष रूचि लेकर कार्य करने के निर्देश दिया।
अयोध्या में बन रहा रामपथ, भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग सड़कों एवं ओवरब्रिज के जो निर्माण सम्बंधी समस्यायें है उसको तत्काल हल करें और प्रोजेक्ट बनाते समय वास्तविक आवश्यकता एवं आगणन के आधार पर प्रोजेक्ट बनाये जाये। वहीं कहा कि इस अयोध्या के मुख्य मंदिर को जोड़ने वाले मुख्य 3 पथ है। जिसमें रामपथ सहादतगंज से नयाघाट, भक्ति पथ अयोध्या मुख्य मार्ग से जन्मभूमि तक का मार्ग तथा जन्मभूमि पथ सुग्रीव किला से रामजन्मभूमि तक के मार्ग के निर्माण कार्य के लिए शासन से धन प्राप्त हो गये है उन कार्यो पर अधिकारियों को तेजी से कार्य करने की आवश्यकता है तथा इसमें अन्य विभागों के जहां समन्वय की आवश्यकता हो वहां शासन के प्रमुख अधिकारी तथा स्थानीय स्तर पर मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी समन्वय कर तेजी से कार्य करें।
राम पथ के कार्य में हुई शिथिलता तो होगी जवाबदेही

वहीं सहादतगंज और नयाघाट मार्ग रामपथ मार्ग के विलम्ब के कार्यो पर लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को आड़े लेते हुये कहा कि जिसमें दुकान आदि का सर्वे हो चुका है तो फिर उनके मुआवजे और उससे सम्बंधित जमीनों का बैनामा क्यों नही किया जा रहा है इस पर तेजी से कार्य करें तथा अगले महीने के अंत तक इस कार्य में तेजी दिखनी चाहिए। अधिकारियों को जिम्मेदारी के साथ कार्य करना चाहिए। पैसा के बावजूद कार्यो में तेजी न होना यह मुख्य लापरवाही की ओर इंगित करता है। अयोध्या की तरफ पूरा देश देख रहा है यदि भूमि अधिग्रहण आदि की कार्यवाहियों अवशेष हो एवं मार्ग चौड़ीकरण कार्य में बाधा हो। तो उसको तत्काल दूर करते हुये कार्यो को तेजी से लाया जाय। विभागीय अधिकारियों की अकर्मयता, उदासीनता ठीक नही है। मैं लगातार 3 वर्ष से इन कार्यो को करने के लिए कह रहा हूं तथा इसकी समीक्षा भी हो रही है। नोडल अधिकारी इसकी नियमित समीक्षा करें तथा मुख्य मार्ग सहादतगंज से लेकर नयाघाट मार्ग तक 1100 बैनामे होने है जिसमें मात्र 55 बैनामा होने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त की तथा कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इसको उच्च प्राथमिकता के साथ कार्य करें कार्य में शिथिलता होने पर इसकी जवाबदेही भी तय की जायेगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो