रामलला ने पहने रंग बिरंगे कपड़े और श्रृंगार अयोध्या मंदिरों की नगरी कहा जाता है। लगभग 7000 मंदिर अयोध्या के इस पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के अंदर स्थित है। जहां हिंदू रीति रिवाज से सभी पर्व त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इसी तरह आज से फागुन माह प्रारंभ होते ही राम नगरी अयोध्या के मठ मंदिरों में होली उत्सव की परंपरा प्रारंभ हो गई है। मंदिरों के गर्भगृह में विराजमान भगवान को पुजारी विशेष प्रकार से अभिषेक के बाद रंग-बिरंगे कपड़े पहना कर विशेष आरती पूजन किया है। और अबीर और गुलाल भी लगाया गया। तो वही राम जन्मभूमि परिसर में भी भगवान श्री राम लला को विशेष श्रृंगार किये जाने की परंपरा है।
आरती पूजन में रामलला को लगाया गया अबीर गुलाल राम जन्म भूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के मुताबिक फागुन में प्रारंभ होते ही भगवान श्री रामलला के विशेष आरती पूजन भोग का आयोजन भी प्रारंभ हो जाता है आज फागुन का पहला दिन भगवान श्री रामलला को सुबह स्नान ध्यान के बाद से अभिषेक किया गया तो वही रंग बिरंगे कपड़े भी पहनाए गए इसके बाद उनके श्रृंगार पर स्थान पर विराजमान कराया गया वहीं आरती पूजन के दौरान उन्हें अबीर गुलाल भी भेंट किया गया। तो वही दोपहर में भगवान को विशेष व्यंजन और मिठाइयों से भोग लगाया गया है। और इसी तरह भगवान का श्रृंगार होली तक इसी प्रकार के किया जाएगा।