scriptपहली बार श्री रामलला के दरबार पहुंचे कांग्रेस के नेता प्रमोद कृष्णन व दीपेंद्र हुड्डा | Congress leaders reached Shri Ramlala's court for the first time | Patrika News

पहली बार श्री रामलला के दरबार पहुंचे कांग्रेस के नेता प्रमोद कृष्णन व दीपेंद्र हुड्डा

locationअयोध्याPublished: May 17, 2022 12:01:38 am

Submitted by:

Satya Prakash

अयोध्या में राज ठाकरे के विरोध पर कांग्रेस नेता का बयान कहा राज ठाकरे व बृज भूषण शरण सिंह दोनों एक ही थाली के चट्टे बट्टे, ओवैसी को बताया ठाकरे के सौतेला भाई

पहली बार श्री रामलला के दरबार पहुंचे कांग्रेस के नेता प्रमोद कृष्णन व दीपेंद्र हुड्डा

पहली बार श्री रामलला के दरबार पहुंचे कांग्रेस के नेता प्रमोद कृष्णन व दीपेंद्र हुड्डा

अयोध्या. कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन व राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा अयोध्या पहुंचे और श्री रामलला का भी दर्शन किया। इस दौरान ज्ञानवापी मामले पर कहावकी प्रत्यक्ष को अब प्रमाण की जरूरत नही है इसलिए इस मामले पर फास्टट्रैक में सुनवाई कर जल्द फैसला भी देना चाहिए। तो वही अयोध्या में चल रहे राज ठाकरे विरोध पर बृजभूषण शरण सिंह व राज ठाकरे थाली के चट्टे बट्टे बताया है।
काशी के ज्ञानवापी पर फैसला करेगा कोर्ट

ज्ञानवापी मामले पर खुशी व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि यह बहुत ही चमत्कारी विषय है और हमारी आस्था से जुड़ा हुआ है मामला कोर्ट के अधीन है और न्यायालय के किसी भी फैसले का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि हम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हैं पहले भी किया है और अब भी करेंगे आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि ज्ञानवापी का मामला हमारी आस्था से जुड़ा हुआ है भारत की जन भावना से जुड़ा हुआ विषय है लेकिन यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है शिवलिंग को अब तक क्यों छुपाया गया किसने छुपाया यह बात का विषय है फिलहाल तो भारत भावनाओं का देश है और संवैधानिक व्यवस्था से चलता है न्यायपालिका का आदेश जो भी होगा उसे सभी को मानना पड़ेगा सर्वे में मिले हुए शिवलिंग और साक्ष्यों पर बोलते हुए कहा कि प्रत्यक्षण किम् प्रमाणम प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती और इस विषय पर कोई राजनीति नहीं करना चाहता है
हिंदुओं को भारत सरकार दे सकती यह इमारत

उन्होंने ताजमहल प्रकरण पर बोलते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि न्यायालय ने ताजमहल पर बंद तालो को खुलवाने से मना कर दिया है कुतुब मीनार और ताजमहल भारत सरकार के अधीन है किसी धर्म से जुड़ा हुए नहीं हैं। और भारत सरकार को चाहिए कि ताजमहल और कुतुब मीनार भारत सरकार हिंदुओं को सौंप दें यह विषय भारत सरकार का है हम राष्ट्र और देश के साथ हैं।
ठाकरे के विरोध प्रदर्शन पर घटिया राजनीति

वहीं राज ठाकरे के अयोध्या विरोध के मामले पर आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह और राज ठाकरे दोनों एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं इनका धर्म और भावनाओं से लेना देना नहीं है यह अपनी दुकान चमकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते रहते हैं आचार्य प्रमोद कृष्णन हमलावर होते हुए बोले कि भारत वसुदेव कुटुंबकम का देश है यहां पर इस तरीके की घटिया राजनीति करने की आवश्यकता नहीं है वहीं ओवेसी को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राज ठाकरे और एआईएमआईएम के प्रमुख ओवैसी इनका ना तो किसी आस्था श्रद्धा और संस्कार से कोई मतलब है ना ही किसी राष्ट्र से अपने अपने निशाने साधते हैं ।राज ठाकरे और ओवैसी को सौतेला भाई बताया है।
राम मंदिर की तरह ज्ञानवापी पर भी हो कोर्ट का फैसले

इस दौरान मौजूद कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ज्ञानवापी में अभी तो विराट शिवलिंग मिलने की बात है तत्वों के आधार पर सरकार जो भी जानकारी देगी इस मामले पर कोई भी विस्तृत जानकारी सरकार देगी और उसका नजरिया कोर्ट में भी लिया जाएगा न्यायपालिका पर विश्वास है और न्यायपालिका राम मंदिर मामले पर फैसला दिया था समय जरूर लग सकता है लेकिन न्याय संगत फैसले लिए जाएंगे दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इस तरीके की जो बात सामने आई है उसको देश के सामने रखें साथ ही मांग की है कि न्यायपालिका में अर्जेंट है रिंग के साथ इस तथ्य को न्याय तक पहुंचाने का काम करें न्यायपालिका के आधार पर न्याय संगत ले सकती है।

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