भूमिगत स्तम्भ के निर्माण के लिए सीमेंट, मोरंग व गिट्टियां शामिल होंगी। इनका स्टोरेज करने के साथ सुरक्षित स्थान पर मिक्सिंग कर समयबद्ध ढंग से कार्य पूरा कराने के लिए परिसर में ही प्लांट स्थापित करने का निर्णय लिया गया था। इसी कड़ी में यह कार्य शुरू करा दिया गया है। एक सप्ताह के अंदर सामग्रियों को लाने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।
चौथे पिलर को पूरा करने की तैयारी रामजन्भूमि परिसर में निर्माणाधीन राम मंदिर के भूमिगत संतम्भ का 11 सितंबर को निर्माण कराया जा चुका है। चार-चार स्तम्भों का तीन सेट 180 डिग्री पर निर्धारित दूरी पर बनाया जाना है। पहले सेट के पहले स्तम्भ का निर्माण कुबेर टीले पर स्थित शेषावतार के 100 मीटर की परिधि से बाहर किया गया। वहीं दूसरे सेट का पहला स्तम्भ जन्मस्थान-सीता रसोई के सामने किया गया। इसी तरह तीसरा स्तम्भ भी दूसरे सेट के बगल में कराया गया है। अब चौथा स्तम्भ फिर से पहले सेट के पहले स्तम्भ के बगल में करने की तैयारी की गयी है जो शुक्रवार को होगा।