राम मंदिर निर्माण के दूसरे चरण में राफ्ट निर्माण का कार्य किया जा रहा है जिसमे लगभग 10 ब्लॉकों को बनाए जाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। वहीं दूसरी तरफ राम मंदिर के फर्श को बनाए जाने के लिए पत्थरों की आपूर्ति की जा रही है। और मंदिर के भव्य निर्माण का कार्य शुरू करने की भी तैयारी है। राम मंदिर के सुपर स्ट्रक्चर को तैयार करने के लिए राजस्थान के गुलाबी पत्थरों का प्रयोग किया जाएगा है। जिनके जुड़ने वाले स्थानों पर 34 टन तांबे का प्रयोग होगा।
राम मंदिर निर्माण में लगने वाले तांबे का छड़ की जांच तांबे की जननी है जाने वाले स्थल झारखंड के सिंहभूम के मऊभण्डार आईसीसी कारखाना जो कि 1929 में स्थापित की गई थी। जहां से देश में तांबे की अधिकांश जरूरतें पूरी की जाती हैं। मंदिर निर्माण कार्य संस्था एलएंडटी सैंपल को लेकर कारखाने के प्रयोगशाला में जांच से लौट आई है। मिली जानकारी के मुताबिक लंदन मेटल एक्सचेंज के लिहाज से प्रति टन तांबे की दर 9000 डालर है। जबकि भारतीय मुद्रा के हिसाब से 6 लाख 75000 होगी।