दिसंबर से शुरू होगा अभियान विहिप यह अभियान दिसंबर से शुरू कर सकती है। शिलापूजन अभियान के तर्ज पर देश के चार लाख गांवों में जनसंपर्क अभियान चलाकर विहिप प्रत्येक परिवार से राममंदिर निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग लेगी। देश में चार लाख स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी है। इस कार्यक्रम के जरिये संगठन देश के दस करोड़ से अधिक परिवारों तक अपना संदेश पहुंचायेगा। विहिप के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने बताया कि पूर्व में हुए शिलादान अभियान में देश के 3 लाख गांवों से पूजित शिलाएं अयोध्या आई थीं। तब विहिप ने एक व्यक्ति से सवा रुपए, एक गांव से एक ईंट दान मांगी थी। उसी तरह अब राम मंदिर निर्माण के लिए विहिप देश के 4 लाख गांवों के 10 करोड़ परिवारों से संपर्क साधेगी। हर परिवार से 100 रुपए का आर्थिक सहयोग लिया जाएगा। यानी राम मंदिर निर्माण के लिए विहिप का प्लान 10 अरब रुपए क्राउड फंडिंग के जरिए इकट्ठा करने का है।
हर परिवार से लिया जाएगा आर्थिक सहयोग अशोक तिवारी के मुताबिक हर परिवार से आर्थिक सहयोग करने की अपील की जाएगी। लोगों को राममंदिर की महत्ता और मंदिर आंदोलन की स्मृतियों से रूबरू कराया जाएगा। राममंदिर का भूमिपूजन होने के बाद मंदिर निर्माण की मुहिम से जुड़ने की इच्छा देश दुनिया के हर रामभक्त के मन में मचल रही है। ऐसे में विहिप का यह आयोजन उनकी इच्छा पूरी करने के लिए बेहतर माध्यम होगा। उन्होंने बताया कि इस आयोजन को लेकर अभी संगठन में शीर्ष स्तर पर मंथन चल रहा है। 9 से 16 अगस्त के बीच विहिप के स्थापना दिवस कार्यक्रम के बाद इसकी वास्तविक रूपरेखा सामने आ सकती है।
चला था शिलापूजन अभियान अशोक तिवारी ने बताया कि 1989 में विहिप ने देश के तीन लाख गांवों में यह अभियान चलाकर सवा रूपए व एक ईंट दान में ले थी। तब देश के कोने-कोने सहित विश्व के 55देशों से रामशिलाएं और दान अयोध्या आया था। करीब तीन लाख राम शिलाएं एकत्र हुईं थी जो वर्तमान में रामघाट स्थित न्यास कार्यशाला में सुरक्षित रखी हैं। उन्होंने बताया कि शिलापूजन अभियान की तर्ज पर ही अब यह जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा।