राम जन्मभूमि मामले की उच्चतम न्यायालय में लगातार सुनवाई के साथ ही शुरू हो गया था। और जैसे-जैसे मामले पर फैसला आने की तारीखें घट रहीं थी वही अयोध्या में जमीन की कीमत हर दिन बढ़ रही। अयोध्या में मौजूदा हवाईपटटी को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रूप में परिवर्तित किए जाने और सरयू सहित आसपास के क्षेत्र में विकास किए जाने योजना के साथ निजी कंपनियां भी अयोध्या में भी तेजी से निवेश करना चाहते हैं। यही कारण है कि अयोध्या क्षेत्र में जमीनों की कीमत दोगुनी हो गई है। विकास की गति इस विवाद के बाद कितनी थम गई थी। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि पूरे अयोध्या जिले में एक भी स्टार होटल नहीं हैं। और विवाद समाप्त होने के बाद अब दिलचस्पी काफी बढ़ गई है।
अयोध्या के विकास को लेकर सरकार ने खाका तैयार कर लिया है, भूमि की कीमत पर उसका भी असर देखा जा रहा है। प्रापर्टी डीलर संदीप तिवारी बताते हैं कि एक तरफ सरकार अस्पताल, होटल, सीता झील और अन्य कार्य के लिए जमीन चिंहित कर रही है। जिससे अयोध्या को और सुंदर बनाया जा सके तो ठीक उसी के पीछे निजी क्षेत्र के लोग भी लगे जिससे उस विकसित क्षेत्र में वह जमीन खरीदकर अपने व्यवसाय को बेहतर तरीके से स्थापित कर सकें।
प्रापर्टी डीलर अजय सिंह कहते हैं कि विवाद ने ही अयोध्या के जमीन की कीमत घटाई थी और अब विवाद ही लोगों को आबाद कर रहा है। अयोध्या में करीबन 50 हजार लोग रोजाना पहले आते थे लेकिन अब विवाद खत्म हो गया है तो इसी साल यह संख्या करीबन एक लाख पार हो जाने की उम्मीद है। जिन्होंने विवाद को देखा है वह अब अयोध्या जरूर आना चाहते हैं। अयोध्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी काफी जुड़ा हुआ है। ऐसे में होटल, गाइड, परिवहन, मनोरंजन सहित कई प्रकार की सुविधाओं की मांग काफी बढ़ जाएगी। और सभी के लिए जमीन पहला कदम हैं।
अयोध्या के विकास को लेकर सरकार ने खाका तैयार कर लिया है, भूमि की कीमत पर उसका भी असर देखा जा रहा है। प्रापर्टी डीलर संदीप तिवारी बताते हैं कि एक तरफ सरकार अस्पताल, होटल, सीता झील और अन्य कार्य के लिए जमीन चिंहित कर रही है। जिससे अयोध्या को और सुंदर बनाया जा सके तो ठीक उसी के पीछे निजी क्षेत्र के लोग भी लगे जिससे उस विकसित क्षेत्र में वह जमीन खरीदकर अपने व्यवसाय को बेहतर तरीके से स्थापित कर सकें।
प्रापर्टी डीलर अजय सिंह कहते हैं कि विवाद ने ही अयोध्या के जमीन की कीमत घटाई थी और अब विवाद ही लोगों को आबाद कर रहा है। अयोध्या में करीबन 50 हजार लोग रोजाना पहले आते थे लेकिन अब विवाद खत्म हो गया है तो इसी साल यह संख्या करीबन एक लाख पार हो जाने की उम्मीद है। जिन्होंने विवाद को देखा है वह अब अयोध्या जरूर आना चाहते हैं। अयोध्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी काफी जुड़ा हुआ है। ऐसे में होटल, गाइड, परिवहन, मनोरंजन सहित कई प्रकार की सुविधाओं की मांग काफी बढ़ जाएगी। और सभी के लिए जमीन पहला कदम हैं।