सुप्रीम कोर्ट के फैसला के बाद संतों की पहली बैठक बुलाई गई है इस बैठक में राम मंदिर मॉडल के साथ मंदिर निर्माण की तिथि की भी घोषणा हो सकती है। 20 जनवरी को होने वाली बैठक में देश भर के संतों का आवाहन किया गया है इस बैठक के तैयार प्रस्ताव को लेकर 21 जनवरी को प्रमुख संतों के बीच चर्चा होगी। माना जा रहा है कि राम नवमी पर मंदिर निर्माण कार्य शुरू करने की योजना है। इसके साथ ही रामनवमी पर देश भर में श्री राम महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है यह कार्यक्रम 25 मार्च से 9 अप्रैल तक चलेगा इस बैठक में देश भर से आए संतों को अहम जिम्मेदारी भी दिया जा सकता है यह बैठक प्रयागराज में माघ मेले के दौरान बुलाया गया है। जिसमे राम मंदिर आंदोलन से जुड़े राम भक्त शामिल होंगे।
विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि हिन्दू रीति रिवाज में तिथियों के मुताबिक खरवास के बाद ट्रस्ट की भी घोषणा हो जाएगी। और मंदिर निर्माण की भौगोलिक स्थिति देखने बाद तरासे गए पत्थरों पहुंचाया जाएगा। वहीं बताया कि 20 को विहिप के मार्गदर्शक मंडल होने जा रही है जिसके बाद 21 जनवरी को संत सम्मेलन होगा। जिसमे 20 को बने प्रस्ताव को 21 जनवरी को संतों के नेतृत्व में निर्णय लिया जाएगा। वही बताया कि 9 नवंबर को फैसला आने के बाद अभी तक विश्व हिंदू परिषद वाक साधु-संतों के बीच कोई बैठक नहीं हुई थी या पहली बैठक है जिसमें देशभर के साधु संत प्रयागराज के परेड ग्राउंड शामिल होने पहुंच रहे हैं । वही रामनवमी पर होने वाले श्रीराम महोत्सव को लेकर बताया कि 25 मार्च से 9 नवंबर तक का महोत्सव का आयोजन देश भर में किया जाना है इसके लिए देश भर के लाखों स्थानों पर राम भक्त इस महोत्सव का आयोजन करेंगे।