दरसल महाराष्ट्र में पालघर में हुए संत की हत्या के बाद नांदेड़ में एक आश्रम के अंदर संत सद्गुरु शिवाचार्य नागठणकर व उनके एक शिष्य का हत्या होने से नाराज संत महाराष्ट्र सरकार से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं अयोध्या के संतों के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार कांग्रे्रेस के इशारे चल रही है और संतों की हत्या ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का भी हाथ होो सकता है इसलिए केंद्र सरकार उच्च स्तरीय जांच कराए नहीं तो अब संत आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे।
रामजन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने महाराष्ट्र सरकार से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि जिस प्रकार से आज महाराष्ट्र में भगवाधारी संतों की हत्या हो रही है। पालघर हुए संत की हत्या का खुलासा अभी महाराष्ट्र सरकार नहीं कर सकी है तो वहीं अब नांदेड़ में आश्रम के अंदर ही संत की हत्या पुणे से संत काफी नाराज हैं। और राम भक्त बताने वाले उद्धव ठाकरे यादी महाराष्ट्र में संतों की सुरक्षा नहीं कर पाते हैं तो वह अब अपने पद से इस्तीफा दें यही उनके लिए उचित होगा उद्धव ठाकरे के अयोध्या आगमन के दौरान संतों ने सम्मान और स्वागत किया था लेकिन अब संतों का ही अपमान किया जा रहा है।
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने कहा कि देश में शिवसेना का गठन हिंदुओं के हितों की रक्षा के लिए किया गया था लेकिन अब शिवसेना ही संतों की हत्या करा रही है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे सत्ता की लालच में कांग्रेस के साथ हाथ मिलाकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद पर बैठते ही वहां पर साधु संतों की हत्या किया जा रहा है पूर्व में हुए पालघर मैं संत की हत्या का खुलासा सरकार नहीं कर सकी है लेकिन इस दौरान फिर दो संतों की हत्या हो गई चलिए अब महाराष्ट्र सरकार के पद से उद्धव ठाकरे को इस्तीफा दे देना चाहिए इस हत्या को लेकर केंद्र सरकार उच्च स्तरीय जांच कराएं तो उसमें कांग्रेस का हाथ दिखाई देगा। वही कहा कि यदि अब महाराष्ट्र सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाता है तो अब संत आर-पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। और लॉक डाउन समाप्त होते बड़ी संख्या में संत महाराष्ट्र सरकार का घेराव करेगा। नहीं तो उद्धव ठाकरे अपने पद से इस्तीफा दे कहां की केंद्र सरकार से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करे।