– नवरात्र पर नए स्थान पर होंगे रामलला के दर्शन
– राम मंदिर में माता सीता की रसोई होगी खास
नवरात्र से नई जगह पर होंगे रामलला के दर्शन, सीता रसोई भी होगी बेहद खास, 24 घंटे मिलेगा भोजन
अयोध्या. वासंतिक नवरात्र (25 मार्च-2 अप्रैल) से रामलला के दर्शन मूल स्थान से करीब 150 मीटर दूर मानस मंदिर में होंगे। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के निर्माण एवं प्रशासनिक इकाई समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने नए स्थान को हरी झंडी दे दी है। रामलला का भव्य मंदिर बनने से पहले मानस मंदिर में उनका अस्थाई मंदिर बनाया जाएगा। जब तक उनका मंदिर बनकर तैयार नहीं होता, तब तक पूजा अर्चना वहीं होगी। नए स्थान पर रामलला की सुरक्षा व्यवस्था का खांका तैयार किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर 70 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर में राम मंदिर के निर्माण के लिए ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है, जिसमें सीता रसोई को खास जगह दी गई है। अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में भगवान श्रीराम की मूर्ति के साथ-साथ सीता रसोई भी केंद्र का आकर्षण होगी।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य महंत दिनेंद्र दास के अनुसार, मार्च में होने वाली बैठक में मूर्तियों को शिफ्ट करने की तारीख तय की जाएगी। मूर्तियों को पास के मानस मंदिर में एक बुलेट प्रूफ संरचना के साथ स्थानांतरित किए जाने की योजना है। भक्त चैत्र नवरात्र से श्रीराम के दर्शन यहां कर सकेंगे। तब तक सुुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए राम मंदिर के लिए खांका तैयार किया जाएगा। मंदिर का डिजाइन कुछ इस तरह स्थापित किया जाएगा कि मंदिर स्थल के चारों ओर 12 फीट ऊंची चारदीवारी का निर्माण किया जाएगा और पास के दो मंजिला घरों से निर्माण के दृश्य को बाधित करने के लिए व्यू-कटर स्थापित किए जाएंगे।
सीता रसोई में मुफ्त भोजन अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में सीता रसोई खास होगी। भक्तों के लिए परिसर में सीता रसोई बनाया जाएगा, जहां जाने वाला कोई भी व्यक्ति भूखा वापस नहीं लौटेगा। यहां भक्तों को मुफ्त में भरपेट भोजन मिलेगा। इसके अलावा राम मंदिर परिसर में ऐसी अनेक खूबियां होंगी जो किसी अन्य मंदिर में नहीं होगी। राम जन्मभूमि परिसर में यह स्थान देवी सीता द्वारा काम में ली जाने वाली रसोई को दर्शाता है।
गैर स्थापित मंदिरों को पुर्नस्थापित करने की मांग अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही गैर स्थापित मंदिरों के पुर्नस्थापित करने की भी मांग है। गैर-विवादित मंदिरों में सुमित्रा भवन, सीता कूप मंदिर, राम चबूतरा, गुफा मंदिर शामिल हैं। इनके पुनर्गठन के लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सूची बना रहा है।