श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य महंत दिनेंद्र दास के अनुसार, मार्च में होने वाली बैठक में मूर्तियों को शिफ्ट करने की तारीख तय की जाएगी। मूर्तियों को पास के मानस मंदिर में एक बुलेट प्रूफ संरचना के साथ स्थानांतरित किए जाने की योजना है। भक्त चैत्र नवरात्र से श्रीराम के दर्शन यहां कर सकेंगे। तब तक सुुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए राम मंदिर के लिए खांका तैयार किया जाएगा। मंदिर का डिजाइन कुछ इस तरह स्थापित किया जाएगा कि मंदिर स्थल के चारों ओर 12 फीट ऊंची चारदीवारी का निर्माण किया जाएगा और पास के दो मंजिला घरों से निर्माण के दृश्य को बाधित करने के लिए व्यू-कटर स्थापित किए जाएंगे।
सीता रसोई में मुफ्त भोजन अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर में सीता रसोई खास होगी। भक्तों के लिए परिसर में सीता रसोई बनाया जाएगा, जहां जाने वाला कोई भी व्यक्ति भूखा वापस नहीं लौटेगा। यहां भक्तों को मुफ्त में भरपेट भोजन मिलेगा। इसके अलावा राम मंदिर परिसर में ऐसी अनेक खूबियां होंगी जो किसी अन्य मंदिर में नहीं होगी। राम जन्मभूमि परिसर में यह स्थान देवी सीता द्वारा काम में ली जाने वाली रसोई को दर्शाता है।
गैर स्थापित मंदिरों को पुर्नस्थापित करने की मांग अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के साथ ही गैर स्थापित मंदिरों के पुर्नस्थापित करने की भी मांग है। गैर-विवादित मंदिरों में सुमित्रा भवन, सीता कूप मंदिर, राम चबूतरा, गुफा मंदिर शामिल हैं। इनके पुनर्गठन के लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सूची बना रहा है।