आगामी 18 अक्टूबर को प्रदेश सरकार द्वारा तय किए गए कार्यक्रम के तहत Ayodhya में भगवान राम के राज्याभिषेक कार्यक्रम और उसके पूर्व अयोध्या में निकाली जाने वाली भव्य शोभायात्रा Ram Barat की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं . इस कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित पूरा मंत्रिमंडल शामिल होगा . इस आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रदेश सरकार कितनी संजीदा दिख रही है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा रहा है,कि धार्मिक नगरी अयोध्या में प्रवेश के मुख्य मार्ग रानोपाली तिराहे से लेकर मुख्य कार्यक्रम स्थल सरयू तट के किनारे बने राम कथा पार्क तक सड़क के दोनों ओर उगी हुई झाड़ियों और घास की सफाई में भी कर्मचारी बेहद तन्मयता से जुटे हैं और प्रशाशन के वरिष्ठ अधिकारी इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं . त्रेता युग में भगवान राम के साथ ही सरयू में समा जाने वाली अयोध्या और महाराजा विक्रमादित्य की बसाई गई अयोध्या में कोई फर्क न दिखे इसके लिए योगी सरकार इतनी शिद्दत से जुटी हुई है कि अयोध्या में मुख्य कार्यक्रम स्थल से लेकर शोभायात्रा मार्ग को साफ-सुथरा कर रंग रोगन किया जा रहा है सड़क पर बने डिवाइडर को पेंट करवाकर चमकाया जा रहा है नगर के भवनों को सजाने के लिए अपने घरों के सामने रंगोली बनाने के लिए आम जनमानस से आग्रह किया गया है ,जिस से हूबहू वही तस्वीर देखने को मिले जैसे त्रेता युग में भगवान श्री राम के स्वागत के लिए अयोध्या वासियों ने पलक पांवड़े बिछा दिए थे .
इस पूरे आयोजन को सकुशल निपटाने के लिए अलग-अलग चरणों में तैयारियों को पूरा किया जा रहा है जिसके तहत पहले चरण में अयोध्या नगर की साफ सफाई मरम्मत और रंग रोगन का कार्य लगभग पूरा होने की स्थिति में है जिसके बाद अगले चरण में इस पूरे आयोजन को कराने वाली दो इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों सफायर और विक्कोस के जिम्मे आयोजन को भव्य बनाने की जिम्मेदारी है .18 अक्टूबर को होने वाले मुख्य कार्यक्रम से पूर्व ही राम नगरी अयोध्या पूर्ण रूप से भगवामय नजर आएगी और सूत्रों की माने तो शोभायात्रा में शामिल सैनिकों के वस्त्रों से लेकर झंडों का कलर भी भगवा रंग से रंगा हो सकता है .
अयोध्या के साकेत महाविद्यालय में 15 अक्टूबर से शोभायात्रा में शामिल होने वाले रथों को बनाने का काम शुरू हो जाएगा . शोभायात्रा में सबसे आगे राजसी ठाठ बाट का प्रतीक गजानन स्वरुप हाथी होंगे जिसके पीछे घोड़े पर सवार सैनिक होंगे उसके पीछे भगवान राम की सेना बंदरों की टोली उसके पीछे देश के अलग-अलग राज्यों से जुड़ी 20 लोक नृत्य शैली के मझे हुए कलाकारों का उम्दा प्रदर्शन और फिर 10 रथों पर सवार भगवान राम के जीवन चरित्र से जुड़े प्रसंगों को प्रदर्शित करती हुई भव्य झांकियां ,कुल मिलाकर इन सारी तैयारियों के जरिए प्रदेश सरकार दीपावली के 1 दिन पूर्व ही अयोध्या में दिवाली मनाएगी और यह दिवाली कुछ इस तरह की होगी कि देखने वालों और अयोध्या वासियों को भी इस बात का एहसास हो कि जैसे वह त्रेता युग में आ गए हो और साक्षात भगवान राम के दर्शन उन्हें हो रहे हैं. .