डॉ रामविलास दास वेदांती ने अपने बयान में बताया कि भाजपा भगवान श्री राम के नाम पर सत्ता में आई है जिसको पूरा देश जानता है कि जब राम जन्मभूमि मंदिर आंदोलन को लेकर स्वर्गीय अशोक सिंघल ने आंदोलन चलाया उसके बाद भाजपा पूरे देश में छा गई इस आंदोलन में विश्व हिंदू परिषद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों ने बलिदान दिया है इस आंदोलन के दौरान हम भी कई बार जेल गए नजरबंद भी हुए हैं । इसलिए रामजन्मभूमि और अयोध्या के नाम पर भाजपा को लोगों ने स्वीकार किया लेकिन भाजपा ने राम जन्मभूमि को स्वीकार नहीं किया यह आश्चर्य की बात है। भाजपा को और भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चाहिए थी अयोध्या में आकर भगवान श्री राम का दर्शन करें आज 5 साल हो चुके हैं लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक भी बार अयोध्या नहीं आए जब कि प्रयाग में जाकर त्रिवेणी में स्नान कर सफाई कर्मियों के चरणों को भी धोए जोकि अच्छी बात है लेकिन राम के नाम पर जो सत्ता में आई भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में सरयू में डुबकी नहीं लगाई। वहीं वेदांती ने बताया कि रामलला के नाम पर देश में सबसे ज्यादा किसी को फायदा हुआ है तो वह भाजपा को हुआ है इसलिए नरेंद्र मोदी को अयोध्या में आकर सरयू में डुबकी लगाकर रामलला का दर्शन करना चाहिए । तथा बताया कि आज जिस रामलला के नाम पर भाजपा सत्ता में आई आज उसी की सरकार में रामलला को ना तो गर्मी से बचने के लिए ना तो पंखा और ना ही एसी लगा हुआ है यहां तक कि रामलला के त्रिपाल भी फटे हुए है। सरकार के द्वारा रामलला को किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है और ना ही रामलला का किसी का ध्यान है। और यही अयोध्या वासी अयोध्या के संतो को कष्ट है राम के नाम पर अयोध्या बनी हैं राम के नाम पर अयोध्या में संत बने हैं और राम के दर्शन के लिए ही देश विदेश से लाखों रामभक्त अयोध्या आते हैं और राम के नाम पर ही सत्ता में आने वाली भाजपा 2019 में राम को कैसे भूल गई यह आश्चर्य की बात है अब तो देश की जनता को ही इस पर विचार करना चाहिए और देश की जनता ही बताएगी