कंपनी के सदस्य कुलदीप व साक्षी ने बताया कि नमस्ते राइजिंग इससे पहले वाराणसी में होम स्टे की शुरूआत नमस्ते वाराणसी के नाम से कर चुकी है। उसकी सफलता को देखते हुए अयोध्या में होम स्टे की शुरूआत नमस्ते अयोध्या नाम से की गई है।
इसके लिए रामनगरी की प्राचीन पीठ तिवारी मंदिर के करीब 60 साल पुराने भवन को लेकर उसे भव्यता प्रदान की गई है। इस भवन को आधुनिक स्वरूप देने के साथ-साथ हेरिटेज लुक भी देने का प्रयास किया गया है।
अयोध्या के संस्कृति और परंपरा से होंगे परिचित यूरोपियन देशों के पर्यटकों को अयोध्या लाना है। बताया कि पर्यटकों को होम स्टे के माध्यम से यहां की संस्कृति, परंपरा, रहन-सहन व खान-पान से परिचित कराया जाएगा।
अयोध्या पहुंचे यात्रियों का हुआ स्वागत अयोध्या पहुंचने पर कंपनी के मार्गेट, होश, साक्षी व कुलदीप का तिवारी मंदिर में अभिनंदन किया गया। महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने कहा कि नमस्ते अयोध्या पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होने जा रहा है।
वाराणसी के बाद अयोध्या में खुला ब्रांच यूरोप से आए दंपति मार्गेट और जॉस से बताया कि वे हिन्दुस्तान के कल्चर से इस तरह प्रभावित है। यह 23 बार भारत देश की यात्रा कर चुके हैं। जिससे प्रभावित होकर उन्होंने साउथ एशिया से लेकर जापान में नमस्ते इंडिया के नाम से कई ब्रांच को खोला है।
यूरोप से हिंदुस्तान जो लोग आ रहे हैं उन्हें एक लग्जरी व्यवस्था प्रोवाइड करा कर इंडियन कल्चर से रूबरू कराना। इसलिए सबसे पहले मार्च 2020 में नमस्ते बनारस से काम शुरू किया। विदेशियों को भा रही अयोध्या की सात्विक भोजन
तिवारी मंदिर पौराणिक मंदिरों में एक है। इसलिए इसे हेरिटेज में परिवर्तित किया गया है। उन्होंने बताया विदेशी लोगों को लग्जरी व्यवस्था के साथ सात्विक भोजन ,मंदिर में दर्शन , यहां के इतिहास से परिचित कराना सहित कई व्यवस्थाएं दी जा रही हैं।
अयोध्या की ऐतिहासिक स्थलों की ली जानकारी कुलदीप ने बताया कि यूरोप से आये सदस्यों ने अयोध्या की कई पवित्र स्थलों और सरयू आरती भी देखा है। अयोध्या की पुरानी गलियों में भी घूमते हुए यहां की प्राचीन और ऐतिहासिक स्थलों के बारे में जानकारी ली है।
अयोध्या के इतिहास से रूबरू होंगे विदेशी यात्री इन लोगों की मंशा है कि जिस प्रकार से अयोध्या एक ऐतिहासिक नगरी है उसका वास्तविक स्वरूप बना रहे। वही कहा कि उनके द्वारा दी गई जानकारी में बताया है कि अयोध्या एक शानदार जगह है जहां पर रहकर यहां की इतिहास को बिल्कुल नजदीक से जाना जा सकता है।