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Ram Mandir : जाने- किस पद्धति से तैयार होगी राम मंदिर की नींव

locationअयोध्याPublished: Feb 25, 2021 11:36:54 pm

Submitted by:

Satya Prakash

राम मंदिर की नींव तैयार करने के लिए एंसन इंडियन आर्किटेक्चर व पद्मभूषित विद्वान करेंगे निर्णय

जाने- किस पद्धति से तैयार होगी राम मंदिर की नींव

जाने- किस पद्धति से तैयार होगी राम मंदिर की नींव

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
अयोध्या. प्राचीन पद्धति से राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir) की नींव तैयार करने के लिए एंसन इंडियन आर्किटेक्चर के विद्वान व देश के श्रेष्ठ पद्म भूषण से सम्मानित विद्वानों को नामित किये जाने का निर्णय निर्माण समिति की बैठक में लिया गया। वहीं दूसरी तरफ निधि समर्पण अभियान में 1900 करोड़ जुटाए जाने की जानकारी दी।
राम जन्मभूमि परिसर में चल रहे नींव खुदाई के कार्य की समीक्षा करने अयोध्या पहुंचे निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने दो चरणों में बैठक की। जिसके लिए सुबह रामजन्मभूमि परिसर में निर्माण कार्य से जुड़े अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया तो वहीं परिसर में ही l&t कार्यालय में कार्यदाई संस्थाओं के साथ नींव तैयार की जाने पर चर्चा की तो वही दूसरी चरण की बैठक में राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों व कारदायी संस्थाओं के अधिकारियों के साथ बैठक कर मंदिर निर्माण के साथ नींव निर्माण के लिए प्राचीन पद्धति से बनाए जाने पर निर्णय लिया।
राम मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविन्ददेव गिरी ने जानकारी देते हुए बताया कि आज मंदिर निर्माण की प्रगति के लिए इस प्रकार की बैठक लेना आवश्यक होता है। जिसके तहत हम लोग आगे कार्यों पर चर्चा कर निर्णय लेते हैं। आज सुबह परिसर में हुई बैठक में निर्माण कार्य की किस दिशा में आगे बढ़ना है। और कि प्रकार मंदिर का स्ट्रक्चर ऊपर लाने का कार्य किया जाय। इसके लिए किस सामग्रियों का प्रयोग किया जाएगा। वहीं कहा कि L&T व TCE ने यह विश्वास दिलाया कि आधुनिक व श्रेष्ठत्तम तंत्र ज्ञान के लोग इसमे शामिल हुए है ऐसे श्रेष्ठ विद्वानों का परामर्श लेकर उनके सहमति से निर्णय लेने वाले हैं। कि फाउंडेशन से लगे मंदिर का स्ट्रक्चर कैसा हो। उसके लिए देश को दो श्रेष्ठ नामो का विचार किया है। जिन प्राचीन पद्धति से बनाये जाने की सहमति के लिए पद्मभूषण डॉक्टर नागतस्वामी और चेन्नई के एन सुब्रमण्यम की सहमति जानकर आगे बढ़ेंगे। और जैसे आधुनिकतम तंत्र का प्रयोग के लिए पारंपरिक ज्ञान वाले एंसन इंडियन आर्किटेक्चर के विद्वानोंं से राय लेकर आगे बढ़ेंगे।वहीं कहा कि निधि समर्पण अभियान में लगभग 1900 करोड़ से अधिक प्राप्त हुए हैं।
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