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निरीक्षण के दौरान रामचन्द कनौजिया कक्षा 7 में बच्चों को पढ़ाते मिले, कक्षा 7 मे कुल 13 छात्रों का नामांकन है परन्तु मौके पर 05 छात्र मिले, छात्रा रोशनी से संस्कृति पीयूषम् का पहला पाठ नही पढ़ सकी, तद्पश्चात् अंग्रेजी ‘‘द होली गंगा‘‘ पाठ पढ़ने को कहा गया परन्तु वह इसे भी पढ़ नहीं सकी। प्राथमिक विद्यालय के बच्चों में से कोई भी अंग्रेजी में गिनती नही सुना सका, कक्षा-5 के छात्र गोविन्द नेे 6 का तथा गुलशन ने 8 का पहाड़ा सही ढंग से सुनाया। इसी प्रकार कक्षा 7 के छात्र कुलदीप कुमार से हिन्दी की पुस्तक मंजरी में पढ़ाये गये पाठों के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा जानकारी चाही गई किन्तु वह भी कोई जानकारी नही दे सका, इसके बाद इसी छात्र से ‘वीरों का कैसा हो बसंत‘ पाठ पढ़ने को कहा गया किन्तु वह शब्दों को सही ढंग से उपचारित नहीं कर सका। इसी प्रकार छात्र नितीश हिन्दी का पाठ ढंग से नहीं पढ़ पाया |
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कक्षा 8 में मौके पर 6 छात्र व एक छात्रा उपस्थित मिली, यहां पर भी इन्द्रभान सहायक अध्यापक भूगोल विषय बच्चों को पढ़ा रहे थे, अध्यापक इन्द्रभान से सामाजिक विषय के कुछ प्रश्न किये गये जिसका सही जवाब नही दे पाये, जिस पर जिलाधिकारी ने उन्हें अपने विषय वस्तु के बारे में विस्तृत जानकारी सीखने के निर्देश दिये। कक्षा के बच्चें भी शुद्ध हिन्दी नहीं पढ़ सके। निरीक्षण के दौरान यह पया गया कि कोई भी छात्र एवं छात्रा यूनिफार्म में नही थी, पूँछने पर बताया गया कि ड्रेस की व्यवस्था स्वंय सहायता समूह के द्वारा की जा रही है और सभी की यूनिफार्म की नाप दे दी गई है। जिलाधिकारी ने ( BSA Amita Singh ) जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रीमती अमिता सिंह ( BSA Ayodhya ) को निर्देश दिये है कि विद्यालयों में छात्र/छात्राओं के नामांकन की संख्या में वृद्धि हेतु हर स्तर पर प्रयास किया जाये, शिक्षा की गुणवत्ता अत्यन्त निम्न कोटि की मिली, जिसे सुधारे जाने की आवश्यकता है और इस पर विशेष ध्यान दिया जाये तथा बच्चों को यूनिफार्म का वितरण यथाशीघ्र कराया जाये।