scriptAyodhya : पुलिस की रिकार्ड में भगोड़े है राम मंदिर ट्रस्ट को जमीन बेचने वाले हरीश पाठक व कुसुम पाठक | Harish Pathak who sold land to the trust is absconding in the police | Patrika News

Ayodhya : पुलिस की रिकार्ड में भगोड़े है राम मंदिर ट्रस्ट को जमीन बेचने वाले हरीश पाठक व कुसुम पाठक

locationअयोध्याPublished: Jun 20, 2021 12:44:25 pm

Submitted by:

Satya Prakash

अयोध्या बाराबंकी गोंडा बस्ती के थानों में भी दर्ज हैं इनके कारनामों के किस्से

पुलिस की रिकार्ड में फरार है ट्रस्ट को जमीन बेचने वाले हरीश पाठक

पुलिस की रिकार्ड में फरार है ट्रस्ट को जमीन बेचने वाले हरीश पाठक

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
अयोध्या. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को जमीन बेचने वाले हरीश पाठक उर्फ हरिदास जालसाजी और धोखाधड़ी के वांछित मुलजिम है। इनके खिलाफ अयोध्या सहित आसपास के के क्षेत्र में ठगी व धोखाधड़ी करने का केश दर्ज है। पुलिस की रिकार्ड में फरार घोषित है।इसी कारण इनके खिलाफ कुर्की की कार्यवाही भी हुई है।
साकेत गोट फार्मिंग से हुई थी लाखों की ठगी

हरीश पाठक अपने परिवार के साथ बेनीगंज मी 2009 में साकेत गोट फार्मिंग लिमिटेड के नाम से कार्यालय खोला था इसके जरिए किसानों के इसे बकरी पालन के नाम पर खूब ठगी की गई साथ ही कंप्यूटर ट्रेनिंग का प्रशिक्षण देकर भी लोगों को खूब धन कमाने का लालच देता था। और कंपनी के आड़ में अखबारों के माध्यम से अपनी योजनाओं का प्रचार प्रसार कंपनी के विस्तार के लिए कई जिलों में एजेंट रखे जाने व कार्यालय भी खोलें गए। और योजना के तहत ₹5000 का बांड खरीदने 42 माह के बाद ₹8000 और 2 बकरी देने का वादा किया गया। जिसे किसानों को 5000 जमा करने पर 8000 रुपये और बकरी मिलने की योजना लाभकारी लगी और इस योजना से अयोध्या जनपद के साथ बाराबंकी गोंडा सिद्धार्थ नगर बस्ती में खूब पैसा जमा कराया गया।
अयोध्या सहित कई जनपदों में दर्ज है धोखाधड़ी का केश

साकेत गोट सर्विस की आड़ में कई जिलों से धन जमा होने के बाद जब वापसी का समय आया तो धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। और 2011 से 2014 तक कंपनी के कार्यालयों में ताले लग गए। हरीश पाठक बाद कुसुम पाठक की कंपनी दिवालिया बताकर बंद कर दी गई। इस बीच बड़ी संख्या में लोग ठगी के शिकार हो चुके थे। इन लोगों ने इसके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाएं। वहीं अयोध्या के कैंट थाने में भी 16 अगस्त 2016 में हरीश पाठक समेत कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज हुआ।
पुलिस की रिकार्ड में फरार है हरीश पाठक उर्फ हरिदास

पुलिस के मुताबिक मृतक मुकदमे की जांच में सहयोग न करने व कोर्ट की पेशी पर हाजिर होने के कारण 16 अगस्त 2018 को इनके घर कुर्क किया गया। हरीश पाठक की एक कार कैंट थाने में जप्त है। आसपास जिलों में 20 निवेशकों ने हरीश और उनके सहयोगी खिलाफ केस दर्ज कराएं जिसमे 2 साल पहले 19 अक्टूबर 2019 में गोंडा के राम सागर ने हरीश पाठक और उनके सहयोगियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसके बाद से यह लोग फरार हो गए पुलिस ने इन सबको भगोड़ा घोषित कर रखा है।
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