अयोध्या के गोसाईगंज में हिंदुओं ने पेश की आपसी भाईचारे की मिसाल
– मुस्लिमों को दान की कब्रिस्तान के लिए जमीन
– भाजपा विधायक की पहल पर खत्म हुआ दशकों का विवाद
अयोध्या में दिखी कौमी एकता की मिसाल, हिंदुओं ने मुस्लिमों को दी कब्रिस्तान के लिए जमीन
अयोध्या . राम की नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच काफी समय से तनाव है। इस बीच अयोध्या से अच्छी खबर आई है। हिंदुओं ने धार्मिक सौहार्द और आपसी भाईचारे की शानदार मिसाल कायम की है। अयोध्या के गोसाईगंज क्षेत्र के बेलारिखन गांव में हिंदुओं ने अपनी जमीन मुस्लिमों को कब्रिस्तान बनाने के लिए दे दी। यह भूमि अब तक दोनों समुदायों के बीच तनाव का कारण बनी रही। लंबे समय से इस जमीन पर विवाद चल रहा था। आखिरकार, भाजपा के स्थानीय विधायक इंद्रप्रताप उर्फ खब्बू तिवारी की नेक पहल पर ये जमीन मुस्लिमों के नाम कर दी।
भूमि दानकर्ता रीपदांद महाराज ने बताया कि कई सालों से गोसाईंगंज के मुसलमान उक्त भूमि को कब्रिस्तान के लिए उपयोग करते आए हैं। इस बात से हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच विवाद होता था। विवाद सुलझाने के लिए हिंदुओं ने अपने पूर्वजों को दिए वचन को निभाते हुए अपने मालिकाना हक को समाप्त कर मुस्लिम कब्रिस्तान कमेटी के पक्ष में पंजीकृत दान पत्र लिखा।
दस्तखत कर खत्म किया विवाद सूर्य कुनार महाराज ने बताया कि इस जमीन पर दशकों से हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच टेंशन थी। करीब 1.25 बिस्वा जमीन महाराज ने आठ और हिस्सेदारों के साथ मिलकर एक समझौते पर दस्तखत कर हमेशा के लिए मुस्लिमों को दान कर दी। रिकार्ड्स के मुताबिक यह जमीन हिंदुओं की थी लेकिन मुस्लिम भी वहां अपनों को दफना देते थे। इस कारण विवाद बना रहता था। हालांकि, अब मामला सुलझ गया है।
भाईचारे को दिया बढ़ावा भाजपा के स्थानीय विधायक इंद्रप्रताप तिवारी ने भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया। उन्होंने कहा कि ये हिंदुओं का मुस्लिमों को दिया गया तोहफा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह संबंध आगे भी बने रहेंगे। इस बात पर गोसाईंगंज जामा मस्जिद के मुख्य इमाम हाजी अब्दुल ने भी सहमति और खुशी जताई। उन्होंने इस नेक पहल की तारीफ कर कहा कि इससे शांति और सौहार्द के साथ रहने का संदेश मिलता है।