scriptकोरोना संकट में भी बेजुबान जानवरों के लिए दिखी इंसानियत | Humanity seen for unruly animals even in corona crisis | Patrika News

कोरोना संकट में भी बेजुबान जानवरों के लिए दिखी इंसानियत

locationअयोध्याPublished: Apr 06, 2020 07:23:24 am

Submitted by:

Satya Prakash

राम नगरी अयोध्या में बंदरों को खिलाया जाता चना व फल

कोरोना संकट में भी बेजुबान जानवरों के लिए दिखी इंसानियत

कोरोना संकट में भी बेजुबान जानवरों के लिए दिखी इंसानियत

अयोध्या : कोरोना संक्रमण को लेकर हुए लॉक डाउन से आम जनमानस ही नहीं बल्कि बेजुबान जानवरों के लिए भी संकट बढ़ गया है राम नगरी अयोध्या में बड़ी तादाद में बन्दर भी पाए जाते हैं लॉक डाउन प्रारंभ होते ही बंदरों के भोजन की समस्या बढ़ गई लेकिन आज भी कहते हैं कि इंसानियत आज जिंदा है और अयोध्या में कोई भी भूखा नहीं रह सकता है यही कहावत आज भी चरितार्थ होते नजर आ रहे हैं इस संक्रमण को लेकर जहां गरीबों, मजदूरों के भोजन प्रबंध को लेकर सरकार व सामाजिक संस्थाएं लगातार घरों तक भोजन पहुंचा रही है तो वही कई सामाजिक संस्थाएं व स्थानीय लोग बंदरों के भोजन का भी प्रबंध कर रहे हैं सुबह होते ही शहर के कई इलाकों में बंदरों टोलियां देखी जाती हैं इस दौरान हर कोई सुबह के समय चना खिलाता है तो कोई फल और शाम होते ही पूड़ी अन्य चीजों को खिलाते हैं। और बंदरों की सेवा भी बड़े भक्ति भाव से करते नजर आते हैं।
शहर के सामाजिक नागरिक वह हनुमानगढ़ी के पुजारी रमेश दास प्रत्येक दिन बंदरों की सेवा के लिए फल चना के साथ पूरी का भी प्रबंध करते हैं उनका कहना है कि मनुष्य तो अपनी भूख को लेकर किसी से भी मांग कर खा सकते हैं लेकिन यह जानवर किसी से मांग नहीं सकते और ना ही किसी के घर में जा सकते घर में जाते हैं तो भी उनके लिए दिक्कत बढ़ती है इसलिए इस संकट की घड़ी में जहां सभी लोग इंसानों की सेवा कर रहे हैं तो वहीं बेजुबान जानवरों की सेवा करना बहुत ही अच्छा लगता है क्योंकि भगवान ने सभी को बनाया है इसलिए रोज सुबह से लेकर शाम तक कुछ न कुछ बंदरों को जरूर खिलाते हैं और लोगों से भी कहते हैं घर से परिवार के भोजन के बीच कुछ भोजन बंदरों को भी दें।
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