उन्होनें कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों को बहुत कुछ सीखने को मिलता है, उनमें टीम भावना की विकास होती है। उन्हें जो टास्क दिया जाता है उसे बच्चें पूर्ण करते है जिससे जिम्मेदारी की भावना का विकास होता है। यदि कोई स्वयं कार्य करने का हुनर सीख लिया तो उसे कहीं अपमानित नहीं होना होता और उसे कभी भूखों नही मरना होता।मेले का उद्घाटन डा0 विजेन्द्र सिंह, कुलपति एन.डी. कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला जिलाधिकारी द्वारा प्रगतिशील किसान उमानाथ शुक्ला, राकेश दूबे व रामकुमार तिवारी को साल देकर सम्मानित किया गया।नन्दिनी नगर पी0जी0 कालेज नवावगंज गोण्डा, कालका प्रसाद नारायण दास खत्री महाविद्यालय, ब्राइट कैरियर, शिव सावित्री महाविद्यालय रूदौली द्वारा ग्रामीण जीवन की झांकी, पारम्परिक कृषि, शिक्षा एवं सिंचाई के साधनों की प्रदर्शनी लगाई गयी।इस अवसर पर संयुक्त शिक्षा निदेशक अयोध्या मण्डल, अयोध्या, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला कृषि अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी, पूर्व मंत्री अवधेश प्रसाद, प्रधानाचार्य आलोक तिवारी, कृषक बन्धु व बड़ी संख्या में स्कूलो के बच्चें उपस्थित थे।