मैं कार्यक्रम में जरूर जाऊंगा- इकबाल अंसारी
निमंत्रण मिलने के बाद अंसारी ने कहा कि भूमि पूजन के कार्यक्रम में भागीदार बनकर उन्हें मंदिर निर्माण में सहभागी बनने का मौका मिला है। मैं कार्यक्रम में जरूर जाऊंगा। उन्होंने कहा कि भगवान राम की मर्जी से हमे न्योता मिला है। अयोध्या में गंगा-जमुनी तहजीब बरकरार है। मैं हमेशा मठ-मंदिरों में जाता रहा हूं। सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाकर विवाद खत्म कर दिया है। अब आगे कोई विवाद नहीं होना चाहिए। दोनों मिलकर रहें। अंसारी ने कहा कि भगवान राम किसी एक के नहीं सारे समुदाय के हैं। हम उनकी नगरी में ही रहते हैं, यह सौभाग्य की बात है। इकबाल अंसारी, भूमिपूजन में पीएम नरेंद्र मोदी को राम चरित मानस और राम नामा भेंट करेंगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे आडवाणी-जोशी
वैश्वक महामारी कोरोना वायरस के मद्देनजर भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। यह दोनों नेता वर्चुअली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे। हालांकि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दोनों नेताओं को निमंत्रित तो किया है लेकिन उम्र, स्वास्थ्य और कोरोना के संक्रमण को देखते हुए दोनों नेताओं ने कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होने का फैसला लिया है। जानकारी के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि ऐसे 10 बड़े नामों की सूची तैयार है जो अयोध्या तो नहीं आ रहे, लेकिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भूमि पूजन का अयोध्या का कार्यक्रम देखेंगे और इस से जुड़ेंगे।
प्रतापगढ़ के सियाराम को अयोध्या से आया बुलावा
अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण के लिए अपनी जीवनभर की पूंजी दान करने वाले सियाराम ऊमरवैश्य भी श्रीराम मंदिर के शिलान्यास कार्यक्रम के साक्षी बनेंगे। पांच अगस्त को होने वाले भव्य आयोजन में उन्हें भी अयोध्या से बुलावा आया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव व विहिप के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने उन्हें फोन कर आमंत्रित किया। निमंत्रण मिलने के बाद उत्साहित सियाराम अयोध्या पहुंच चुके हैं। शहर के सियाराम कॉलोनी के रहने वाले सियाराम ऊमरवैश्य ने नवंबर 2019 में राममंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये के दान की घोषणा की थी। 24 नवंबर को अयोध्या में आयोजित धर्म सम्मेलन में उन्होंने एक करोड़ का चेक श्रीराम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास को सौंपा था।
कोठारी बंधुओं के परिजन को मिला निमंत्रण
बंगाल से आकर राम मंदिर आंदोलन में जान गंवाने वाले कोठारी बंधुओं के परिजन को भूमिपूजन के लिए आमंत्रित किया गया है। कोठारी बंधुओं की बहन पूर्णिमा कोठारी ने कहा कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने फोन करके भूमि पूजन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। जब कोरोना काल में लिमिटेड लोगों को अयोध्या बुलाया जा रहा है, ऐसे में मुझे आमंत्रित करना मेरे भाइयों का सम्मान करना है। पूर्णिमा ने बताया कि 30 अक्टूबर को कारसेवा के दौरान 22 अक्टूबर 1990 को मेरे भाई घर से अयोध्या के लिए निकले थे। उसी साल 16 दिसंबर को मेरी शादी होने वाली थी। लेकिन वे दोनों वापस नहीं लौटे।
कोरोना वायरस से डरीं उमा भारती
राम मंदिर आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाली उमा भारती ने ट्विटर के माध्यम से भूमि पूजन को लेकर अपनी भावनाओं को साझा किया। कोरोना के डर से उमा भारती ने राम जन्मभूमि शिलान्यास समारोह से दूर रहने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि भूमिपूजन के मुख्य कार्यक्रम से वह दूर रहेंगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम स्थल से चले जाने के बाद ही वह राम जन्मभूमि पर जाएंगी। पूरे देशवासियों की ओर से पीएम मोदी इसका शुभारंभ करेंगे, यह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि कल जब से मैंने अमित शाह तथा बीजेपी के नेताओं के बारे में कोरोना पॉजिटिव होने का सुना तभी से मैं पीएम नरेंद्र मोदी के लिये चिंतित हूं। इसीलिये मैंने रामजन्मभूमि न्यास के अधिकारीयों और पीएमओ को सूचना दी कि पीएम मोदी के शिलान्यास कार्यक्रम के समय उपस्थित समूह की सूची में से मेरा नाम अलग कर दें।