विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि 6 दिसंबर 1992 में हुई कारसेवा के दौरान महंत नृत्य गोपाल दास परिसर ने उपस्थित थे। उसके बाद से आज तक उन्होंने परिसर में अपना कदम नहीं रखा था। उन्होंने समतलीकरण कार्य के दौरान मिले अवशेषों को देखने की इच्छा प्रकट की थी इसलिए गोपाल दास ने आज परिसर का निरीक्षण किया। इस दौरान ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य अनिल मिश्र, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय पदाधिकारी राजेंद्र सिंह पंकज, शरद शर्मा, महंत शशिकांत दास व अन्य संत भी मौजूद थे।