scriptमशीनों से परखी जा रही मंदिर स्थल की भूमि, परिसर में लगा गया भूकंप मापक यंत्र, गिनीज बुक में दर्ज होगा राममंदिर का निधि संग्रह अभियान | Land of ram mandir temple site being tested by machines | Patrika News

मशीनों से परखी जा रही मंदिर स्थल की भूमि, परिसर में लगा गया भूकंप मापक यंत्र, गिनीज बुक में दर्ज होगा राममंदिर का निधि संग्रह अभियान

locationअयोध्याPublished: Jan 03, 2021 03:41:06 pm

Submitted by:

Karishma Lalwani

– नींव से पहले मशीनों से परखी जा रही मंदिर स्थल की भूमि
– परिसर में लगा गया भूकंप मापक यंत्र
– 30 फीट गहराई तक निकाली जाएगी राममंदिर परिसर की मिट्टी
– गिनीज बुक में दर्ज होगा राममंदिर का निधि संग्रह अभियान, 43 दिन तक चलेगी मुहिम

मशीनों से परखी जा रही मंदिर स्थल की भूमि, परिसर में लगा गया भूकंप मापक यंत्र, गिनीज बुक में दर्ज होगा राममंदिर का निधि संग्रह अभियान

मशीनों से परखी जा रही मंदिर स्थल की भूमि, परिसर में लगा गया भूकंप मापक यंत्र, गिनीज बुक में दर्ज होगा राममंदिर का निधि संग्रह अभियान

अयोध्या. अयोध्या में भव्य और दिव्य राम मंदिर निर्माण के लिए तैयारी शुरू हो गई है। मंदिर को प्रदेश के विख्यात मंदिरों में से एक बनाने के लिए रुपरेखा तैयार हो गई है। मंदिर के निर्माण के लिए भूमि का परीक्षण शुरू कर दिया गया है। पत्थरों का फाउंडेशन कार्य 15 जनवरी से शुरू होगा। इसी के साथ राम जन्मभूमि परिसर में अब 1200 पिलर के स्थान पर पत्थरों से नींव तैयार की जाएगी। दरअसल, अयोध्या में जिस जगह राम मंदिर का निर्माण होना है, उसके नीचे 200 फीट तक बालू मिल रहा है और गर्भगृह के थोड़ी दूर जमीन के नीचे सरयू का प्रवाह है। इस वजह से मंदिर की नींव भरने का कार्य रुक गया था।
परिसर में लगा गया भूकंप मापक यंत्र

राम जमभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि मंदिर निर्माण की तैयारी तेज कर दी गई है। 15 जनवरी से कार्य को शुरू किया जा सकता है लेकिन उसके पहले देश के टॉप इंजीनियर मंदिर निर्माण से पहले भूमि के अंदर किस प्रकार से हरकत चल रही है और नींव में पत्थरों को कितना अधिक सुरक्षित किया जा सके, इस पर एक्सपर्ट जांच कर रहे हैं। वहीं रामजन्मभूमि परिसर पर भूकंप का कितना प्रभाव होगा इसके लिए मशीनें लगाई गई हैं लगातार इन सभी प्रक्रियाओं की जांच चल रही है। पत्थरों व परिसर की सुरक्षा के लिए परिसर के चारों तरफ भूकंप मापक यंत्र लगाया गया है। भूकंप मापक यंत्र लगाने से भूमि के अंदर होने वाली उथल-पुथल व स्थिरता को नापा जा सकता है।
पहले से बड़ा बनेगा मंदिर

राम मंदिर को लेकर नया प्लान तैयार हुआ है जिसके तहत उसे नई डिजाइन के अनुसार बनाया जाएगा। नई डिजाइन के मुताबिक, मंदिर तीन मंजिला होगा और हर मंजिल 20 फीट की होगी। जमीन से 16.5 फीट पर फर्श होगा, लंबाई 360 फीट होगी और चौड़ाई 335 फीट होगी। इसी तरह शिखर 161 फीट पर होगा। लाल पत्‍थरों से बनने वाले तीन मंजिल के इस मंदिर का जमीन पर काफी भार होगा।
30 फीट गहराई तक निकाली जाएगी राम मंदिर परिसर की मिट्टी
2.7 एकड़ जमीन से 30 फीट गहराई तक मिट्टी निकालने का कार्य शुरू हो गया है। जितने क्षेत्रफल में मंदिर निर्मित होना है, उसी रेंज से मिट्टी निकाली जाएगी। कार्यदायी संस्था इसमें जुटी है। यह परिक्षेत्र 57,400 वर्ग फीट है। मिट्टी निकालने के बाद नींव निर्माण का कार्य प्रारंभ होगा। नीव को कंटीन्यूअस राफ्ट स्टोन पद्धति से निर्मित होगा। इस शैली में एक निश्चित गहराई तक भूमि की खोदाई होगी। इसके बाद पत्थर, बालू व चूने की सतह बिछाई जाएगी। प्रत्येक स्तर को निश्चित तरीके से दबाव डाल कर स्थिरता व मजबूती प्रदान की जाएगी। इसके बाद प्लेटफार्म बना कर अपेक्षित निर्माण कार्य शुरू होगा।
गिनीज बुक में दर्ज होगा राममंदिर का निधि संग्रह अभियान

रामलला के निधि संग्रह अभियान को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। अखिल भारतीय संत समिति का कहना है कि 43 दिनों में विहिप और साधु संत देश भर में 11 करोड़ हिंदू परिवार से धन संग्रह के लिए संपर्क करेंगे। अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर सरकारी पैसे के बजाय दान के पैसे से बनेगा। इसके लिए अखिल भारतीय संत समिति और विश्व हिन्दू परिषद मकर संक्रांति से माघी पूर्णिमा तक देशव्यापी निधि संग्रह अभियान चलाएगा। यह आयोजन धर्म की दृष्टि से अब तक का सबसे बड़ा होगा। संत समिति का प्रयास है कि इस अभियान को गिनीज बुक में दर्ज कराया जाएगा। यह अभियान 43 दिनों तक चलेगा जिसमें 60 करोड़ हिंदुओं को शामिल किया जाएगा।
https://www.dailymotion.com/embed/video/x7yg5s2

ट्रेंडिंग वीडियो