राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय ने कहा कि आज 28 वर्ष उस अधिग्रहित परिसर को देखा है वहीं बताया कि निरीक्षण में निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा तो वाहन किस मार्ग से आयेगा। जिसका रोड मैप तैयार किया जाएगा। वहीं कहा कि मंदिर निर्माण से पहले किस स्थल पर शिफ्ट किया जाएगा उसके सुरक्षा के अधिकारियों के मुताबिक तय किया जाएगा। लेकिन श्री रामलला को उस स्थान पर शिफ्ट किया जाएगा जहां सुरक्षा में किसी को संदेह न बने इसके साथ श्रद्धालुओं के लिए कम दूरी चलकर दर्शन मिल सके। वहीं कहा कि अब रामलला को त्रिपाल के कपड़े में नही रखा जाएगा। मंदिर निर्माण से पहले अस्थाई मंदिर रखने के पूर्व सुरक्षा श्रद्धालुओं को कम समय मे दर्शन हो और इस प्रकार के मंदिर में हो जो कि कम से कम तीन वर्ष से पहले बदलना न पड़े। साथ ही कहा कि रामलला का मंदिर 1 एकड़ व कारिडोर 2 एकड़ में बनेगा इससे ज्यादा भूमि नही चाहिए। वही स्वरूपानंद सरस्वती ने पर निशाना साधते हुए कहा कि 34 वर्षों में स्वरूपानंद सरस्वती में कभी समर्थन नही किया इसका विरोध करने के लिए जितने उनके पास में हथियार थे सभी अपनाए।