उन्होंने बताया कि वर्षों से कई लोगों द्वारा चल रहे वार्ता का कोई मतलब नहीं रहा। अब मुद्दा सही व्यक्ति के हाथ आया है। राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण में आपसी समझौते के लिए मुख्य मुद्दई का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि हाशिम अंसारी जिंदा होते तो पहले ही समर्थन मिल जाता। श्री श्री रविशंकर द्वारा किए गए बयान पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि रविशंकर कोई संत नहीं जो कि उनकी बात लोग मानें। रविशंकर एक एनजीओ चलाते हैं और मौज मस्ती करें। वे बिना मतलब रामजन्मभूमि समझौते में पड़े हैं। राम मंदिर निर्माण उनकी हद के बाहर है। वे मीडिया में आने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि ऐसे लोग बहुत ही कलाकार होते हैं। उनका सिर्फ यही मुख्य मकसद होता है कि अपनी ओर ध्यान खींचा जाये। राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण के लिए सभी को साथ होकर एक मुहिम के साथ होना चाहिए तभी मंदिर निर्माण होगा। अयोध्या समझौते को लेकर आज अयोध्या के पक्षकारो से राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण जल्द शुरू होने को लेकर बात करेंगे और राम जन्म अयोध्या में हुआ यह सभी जानते है। यदि मस्जिद बनाना हो तो अयोध्या से दूर ही कहीं मस्जिद बनेगी।