अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास ने विधि-विधान पूर्वक वैदिक मंत्रों द्वारा दैवीय शक्ति का आवाहन कर महिला उत्थान महायज्ञ किया। इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं पर फूल वर्षा कर सम्मान किया। और कहा कि आज पूरा विश्व महिला समाज का ऋणी है। इससे कोई उद्धार नहीं हो सकता है अरे वेदों में बताया गया है हजारों पुरुषों से श्रेष्ठ महिला होती है माताओं बहनों का सम्मान हो और हर क्षेत्र में महिलाओं का योगदान सर्व पर रहा है। राष्ट्र की सेवा में नारी का योगदान अधिक है। इसलिए महिलाओं को उच्च शिक्षा और उनकी सुरक्षा प्रदान की जाए तो देश के गौरव को बढ़ाने में महिलाओं का योगदान सर्वाधिक रहा है और आगे भी रहेगा। केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि देश में सभी बेटियों की शिक्षा मुफ्त हो और नारियों की सुरक्षा के सम्मान में और सख्त कानून बनाया जाए।