दरअसल 48 वर्षीय युवक जगदम्बा बीजेपी के मिल्कीपुर के विधायक बाबा गोरखनाथ के बुढ़ई पुरवा इलाके में बने आवास पर रहता था और काम करता था। लेकिन उसे अचानक जली हुई अवस्था मे रात 8 बजे ज़िला अस्पताल लाया गया। जबकी मौत पहले ही हो चुकी थी। लिहाज़ा चिकित्सको ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद आनन फानन में पंचनामा करके प्रशासन की खास अनुमति पर महज़ दो घण्टे के भीतर रात में ही पोस्टमार्टम भी कर दिया गया। पुलिस ने इस मामले में चुपपी साध रखी है,कोई बोलने को तैयार नही है। ऐसे में कई सवाल खड़े है । पहला ये कि आखिर इतनी भी क्या जल्दी थी कि रात 8 से 10 के बीच सारी खाना पूर्ति कर दी गई। ज़रा सोचिए कि ज़िला अस्पताल रात 8 बजे मृतक को लाया गया और चिकित्सको ने मृत घोषित कर दिया।जिसके बाद 10 बजे रात में ही पोस्टम मार्टम करा दिया गया। अब दूसरा और बड़ा सवाल ये है कि विधायक गोरखनाथ का आवास अयोध्या ज़िला अस्पताल से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर है। ऐसे में ये आग कैसे लगी और युवक जगदम्बा आखिर इतना कैसे जल गया कि अस्पताल पहुचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। यशपाल की डॉक्टरों की माने तो अस्पताल मैं पहुंचने से पहले ही व्यक्ति की मौत हो चुकी थी