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लावारिश के वारिस बने मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान

locationअयोध्याPublished: Jan 26, 2020 03:51:43 pm

Submitted by:

Satya Prakash

27 वर्षों में 3000 हिंदू धर्म 2500 मुस्लिम धर्म के लावारिस शवों का किया अंतिम संस्कार

लावारिश के वारिस बने मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान

लावारिश के वारिस बने मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान

सत्य प्रकाश
अयोध्या : गणतंत्र दिवस के 70 वें वर्ष गांठ पर भारत सरकार ने अयोध्या के मोहम्मद शरीफ को पद्मश्री सम्मान से नवाजा है। केंद्र सरकार ने इस वर्ष 2020 के लिए पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया था। जिसमे 7 शख्सियत को पद्मविभूषण, 16 को पद्मभूषण और सामाजिक कार्यकर्ताओं में 118 उन लोगों को पद्मश्री का सम्मान दिया गया है।
अयोध्या के खिड़की अली बेग मोहल्ले में रहने वाले मोहम्मद शरीफ अपने ही परिवार की दास्तान ने उन्हें झिंझोर कर रख दिया था जिसके बाद शरीफ चाचा समाज के लवारिशों के वारिस बन बैठे। और लगभग 3000 हिंदू धर्म तो वहीं 2500 मुस्लिम धर्म के अनुसार लावारिस शव का अंतिम संस्कार किया है। जिसके कारण पूरे देश के लिए मिशाल बने और आज भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री सम्मान से नवाजा है।
मोहम्मद शरीफ चाचा के आप बीती सुन लोगो का दिल दहल जाता है। शरीफ के बेटे मोहम्मद फैज दवा की कंपनी में कार्य करता था लेकिन एक दिन जब किसी के कार्य से सुल्तानपुर गया था जहां उसकी हत्या कर सड़क के किनारे फेक दिया।प कोई परिचय पत्र न होने के कारण लावारिश में उसका अंतिम संस्कार भी हो गया और जब एक माह के बाद उसके कपड़ें से शिनाख्त हुई। उसी समय शरीफ चाचा ने अयोध्या के सभी लावारिश के वारिस होने की कसम खाई और तभी से सभी धर्मों के लावारिश शवों को अपना मानकर उसको उसी धर्म के अनुरूप अंतिम संस्कार करते हैं।
मोहम्मद शरीफ को मिले पद्मश्री पुरस्कार को लेकर जिस प्रकार से समाज ने उत्कृष्ठ कार्य करने के लिए हमे प्रोत्साहित किया गया है हम चाहते कि समाज मे अन्य लोगो को भी सरकार प्रोत्साहित करें जिससे लोग सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अपना धर्म निभा सके और मोदी सरकार को विश्व मे सम्मान मिले। और पीएम नरेंद्र मोदी का स्वस्थ अच्छा रहे यही अल्लाह से दुवा करते हैं।

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