प्रतिबन्ध के बाद भी हो रही नमाज अयोध्या के संतों का मानना है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा है कि ऐसे जगह पर नमाज न अदा करें जहां आम जनता को कोई बाधा पहुंचे। और आवागमन में परेशानी ना हो जिस प्रकार से गोरखपुर और प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर नमाज अदा की गई है यह बहुत गलत है। आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि शासन प्रशासन जो नियम कानून लगाते हैं उस नियम कानून को मुसलमान नहीं मानते हैं प्रशासन को कड़ाई से इसको रोकना चाहिए जब चाहो जहां चाहो नमाज अदा करो यह बिल्कुल गलत है आचार्य सत्येंद्र दास ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस तरह के घटना को पूरे देश में प्रतिबंध लगाना चाहिए मस्जिद में नमाज पढ़ने का स्थान है तो लोग मस्जिद में जाकर नमाज अदा करें इनके शरीयत में लिखा है कि मस्जिद में ही नमाज अदा करें लेकिन अगर कहीं और है तो परमिशन लेकर नमाज अदा करें अगर सरकारी जगह पर नमाज़ अदा करना है तो डीएम से अनुमति लें और कहीं करना है तो उस व्यक्ति से अनुमति ले जहां वह नमाज अदा करना चाहता है लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा है यह लोग मनमानी तरीके से जहां-तहां नमाज अदा करते हैं इस पर रोक लगाना चाहिए अगर कड़ाई से रोक नहीं लगेगा तो जनता को परेशानी होगी।
मुस्लिम समाज भी सरकार के नियमों का करे पालन बाबरी पक्ष के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा कि हिंदुस्तान में नमाज को लेकर नियम कानून बनाए गए हैं सरकार ने जब नियम बना दिया है कि खुले में नमाज ना पढ़ी जाए तो लोगों को चाहिए कि खुले में नमाज ना पड़े यह हिंदुस्तान का संविधान है और यहां के संविधान को मानना पड़ेगा इकबाल अंसारी ने कहा कि मौलाना और नमाजियों से मेरा अनुरोध है सरकारी नियमों को माने जब सरकार ने खुले में नमाज पढ़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है तो लोगों को अपने मस्जिद और अपने परिसर के अंदर ही नमाज पढ़ना चाहिए इकबाल अंसारी ने अपील करते हुए कहा कि इस पर राजनीति न की जाए और इसका उल्लंघन भी न किया जाए नमाज अपने परिसर में पढ़े यही हिंदुस्तान के मुस्लिमों से मेरी गुजारिश है।
रोक बावजूद खुले में नमाज पढ़ने वालों पर कार्यवाही की मांग वही राम मंदिर समर्थक रहे बबलू खान ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि जब एक बार यह बात तय कर दी गई है कि खुले में नमाज नहीं पढ़ा जाएगा तो फिर बच्चों के साथ प्रयागराज स्टेशन पर नमाज पढ़ा जाना बिल्कुल गलत है ऐसे मौलाना पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जरूरत है जिससे कि आगे कोई भी मौलाना इस तरीके की हरकत ना कर सके मुस्लिम राम मंदिर समर्थक बबलू खान यहीं नहीं रुके उन्होंने मौलाना को आतंकवादी करार देते हुए फांसी की सजा की मांग कर डाली।