श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास का कहना है कि प्रधानमंत्री के आगमन से पहले तीन अगस्त से ही राम जन्मभूमि परिसर में पूजन उत्सव शुरू हो जाएगा। राम मंदिर की आधारशिला भूमि पूजन के लिए देश की पौराणिक नदियों के जल और मिट्टियों को मंगाया जा चुका है।
2022 तक हो राम मंदिर का निर्माण महंत कमल नयन दास ने कहा कि संत समाज की इच्छा है कि 2022 तक राम मंदिर निर्माण हो जाए। जिससे 2022 में रामनवमी भव्य तरीके से राम मंदिर में मनाई जा सके। वहीं रामानंद संप्रदाय के जगतगुरु राम दिनेशचार्य का कहना है कि रामेश्वरम से भी जल और मिट्टी को अयोध्या लाया गया है। भगवान श्री राम और शिव एक दूसरे के पूरक हैं। ऐसे में इस संबंध को स्थापित करने के लिए रामेश्वरम की मिट्टी और जल का भूमि पूजन में उपयोग की जा रही है।