scriptExclusive: राम मंदिर निर्माण से जुड़ी बड़ी खबर, सालों का इंतजार हुआ खत्म, आज से परिसर पहुंचने लगे नक्काशी किये पत्थर | Nakkashi Patthar carved stone in Ayodhya Ram Mandir Parisar | Patrika News

Exclusive: राम मंदिर निर्माण से जुड़ी बड़ी खबर, सालों का इंतजार हुआ खत्म, आज से परिसर पहुंचने लगे नक्काशी किये पत्थर

locationअयोध्याPublished: Oct 09, 2020 02:52:50 pm

राम मंदिर निर्माण के लिए कार्यशाला से राम जन्मभूमि परिसर पत्थरों को पहुंचाए जाने का कार्य शुरू।

Exclusive: राम मंदिर निर्माण से जुड़ी बड़ी खबर, सालों का इंतजार हुआ खत्म, आज से परिसर पहुंचने लगे नक्काशी किये पत्थर

Exclusive: राम मंदिर निर्माण से जुड़ी बड़ी खबर, सालों का इंतजार हुआ खत्म, आज से परिसर पहुंचने लगे नक्काशी किये पत्थर

सत्य प्रकाश

अयोध्या. राम मंदिर के लिए नींव निर्माण के कार्य के साथ मंदिर निर्माण कार्यशाला में रखे तराशे हुए पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर पहुंचाए जाने का कार्य आज से शुरू कर दिया गया है। वैदिक रीति रिवाज से पूजन अर्चन कर एलएंडटी कंपनी के द्वारा लगाई गए क्रेन और ट्रक के माध्यम से पत्थरों को ले जाने का काम किया जा रहा है।

पहुंचने लगे नक्काशी किये पत्थर

राम मंदिर निर्माण के लिए फाउंडेशन बनाये जाने का काम शुरू हो चुका है। जिसके लिए नींव की खोदाई के लिये रिग मशीनों को लगाया गया है। वहीं राम मंदिर निर्माण के लिए तराशे गए पत्थरों को पहुंचाए जाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिसके लिए राम जन्मभूमि परिसर मेंं एक एकड़ भूमि की जगह बनाई गई है। वही मंदिर निर्माण के लिए तीन हजार घनफुट पत्थरों की आवश्यकता है। जिसके लिए जल्द ही श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या लाने की व्यवस्था का काम भी करेगी।

पत्थरों को ढोने में लगेंगे 3 क्रेन, 10 ट्रक व 50 मजदूर

एलएंडटी कंपनी के सुपरवाइजर मनोज सुनपुरा के मुताबिक आज से पत्थरों को राम जन्मभूमि परिसर ले जाने का कार्य शुरू हो गया है। पहले दिन आज दो पत्थरों को पूर्व में चयनित मार्गों से ले जाया जाएगा। जिसे मार्ग में आने वाली कठिनाइयों को भी समाप्त किया जा सके। जिसके बाद पत्थरों को ले जाने का कार्य तेज गति से कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन पत्थरों को ले जाने के लिए तीन क्रेन और 10 ट्रक के साथ 50 मजदूर भी लगाए जाएंगे। यह कार्य 24 घंटे चलेगा।

सितंबर 1990 से प्रारंभ हुई थी मंदिर निर्माण कार्यशाला

राम मंदिर निर्माण को लेकर मंदिर आंदोलन के साथ पत्थर तराशी का कार्य भी 1990 में ही दो कारीगरों के द्वारा प्रारम्भ किया गया था। इस दौरान 1 लाख 75 हजार घनफुट पत्थरों को राजस्थान के बंसीपहाड़पुर से अयोध्या लाने का कार्य शुरू हुआ। 1992 की घटना के बाद कुछ दिनों तक काम रोकना पड़ा। उसके बाद फिर तेज गति से तराशी का कार्य शुरू हुआ और 1995 में बड़ी संख्या में कारीगरों को लगाया गया। लेकिन 10 सितंबर 2010 में आये हाई कोर्ट के फैसले के बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। जिसके साथ काम की भी धीमी गति हो गई। इस बीच 2013 में सपा सरकार में कार्य को प्रभवित किया गया और पत्थरों के आने पर भी रोक लगाई गई और 2014 में केंद्र में मोदी की सरकार बनते ही पुनः कार्य को प्रारम्भ किया गया। इस दौरान लगभग 15 कारीगर 2018 तक कार्य करते रहे। इस बीच मुख्य कारीगर की तबीयत खराब होने के कारण कार्य बंद हो गया। जिसके बाद 2019 में लगातार सुनवाई के कारण कार्य को रोक दिया गया। इस दौरान मंदिर निर्माण के लिए 60 प्रतिशत कार्य किया जा चुका है।
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