सुप्रीम कोर्ट अयोध्या विवाद को हल करने की कोशिश में है जिसके लिए सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर आपसी सहमति का रास्ता निकाला है और दोनों पक्षों की आपसी सहमति के लिए एक विशेष पैनल का भी गठन किया गया लेकिन इस कमेटी में दो और रिटायर्ड जजों को शामिल किए जाने को लेकर निर्मोही अखाड़ा ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है और बताया है कि मध्यस्थता के लिए अयोध्या सुरक्षित नहीं है अयोध्या आने वाले लोगों को धमकी भी मिल सकती है ऐसे में मध्यस्थता के लिए दिल्ली या अन्य किस स्थल पर किया जाए साथ ही इस पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस बैठक में सिर्फ निर्मोही अखाड़ा और सुन्नी वक्फ बोर्ड पक्षकार है ।
निर्मोही अखाड़ा के प्रवक्ता प्रभात सिंह ने बताया कि राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद में सिर्फ निर्मोही अखाड़ा और सुन्नी वक्फ बोर्ड के साथ वार्ता किया जाए क्योंकि यही दो पक्ष इस विवाद के मुख्य पक्षकार है।