जिसकी धर्म में रुचि वे सभी आमंत्रित
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास का कहना है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण वहीं होगा, जहां रामलला विराजमान हैं और यह मंदिर उसी मॉडल पर बनेगा, जो पहले से दिखाया गया है। उनका कहना है कि जिसकी भी धर्म में रूचि है सभी आमंत्रित है। मंदिर निर्माण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को भी बुलाया जाएगा। लेकिन इसके लिए सरकारी धन और चंदा नहीं लिया जाएगा। मंहत के मुताबिक जल्द ही मंदिर निर्माण की तिथि तय की जाएगी। मंदिर का भूमि पूजन और शिलापूजन तो पहले ही हो चुका है और केवल शिलाएं रखी जानी जानी है।
मंदिर में होंगे 424 पिलर, बढ़ सकती है ऊंचाई
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने फैसला किया है कि रामलला मंदिर के निर्माण में अनावश्यक रूप से विलंब न हो इसके लिए 30 साल पुराने विश्व हिंदू परिषद के मॉडल पर ही मंदिर बनेगा। अयोध्या पहुंचे ट्रस्ट के सचिव चंपत राय के मुताबिक मंदिर दो मंजिला होगा। लेकिन जरूरत पड़ी तो इसकी ऊंचाई बढ़ायी जा सकती है। रामजन्मभूमि न्यास ने 1985 में बने इस मॉडल के मुताबिक मंदिर में 424 पिलर होंगे। जिनकी माप 16 फिट होगी। सीता रसोई, भजनशाला, गर्भगृह,धर्मशाला, सिंहद्वार और रंगमंडल आकर्षण का केंद्र होंगे।