अयोध्या में पुलिस अधिकारी ने कहा बढ़िया है सरयू में डूब गये, मोक्ष लेने ही तो आए थे कारसेवा में
अयोध्याPublished: Nov 04, 2023 08:13:36 am
देवोत्थान एकादशी 30 अक्टूबर 1990 के बाद तय हुआ कि कार्तिक पूर्णिमा 2 नवंबर 1990 को फिर से कारसेवा होगी। 30 अक्टूबर को अयोध्या में गोली चली थी और अनेक कारसेवक मारे गए थे। अशोक सिंहल घायल होकर अस्पताल पहुंचे, जहां से वह पुलिस को चकमा देकर निकल चुके थे। आइए जानते हैं आगे क्या हुआ।


30 अक्टूबर को कारसेवा के बाद उन साधुओं के चारों तरफ लोहे के कंटीले तार लगा दिए गए थे। एक नवंबर की रात को ही पूरा इलाका खाली कराया जा चुका था।
Ram Mandir Katha: एक नवंबर 1990 की दोपहर तक उहापोह था कि कल कार्तिक पूर्णिमा को कारसेवा होगी या नहीं। कुछ कारसेवक सीताराम धर्मशाला से स्वामी वामदेव महाराज से मिलने आए। वामदेव ने कहा कि यदि कल कारसेवा होगी तो इसकी सूचना आज शाम चार बजे तक दे दी जाएगी।