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अंडरग्राउंड विद्युतीकरण योजना ने रोकी अयोध्या के विकास की गति फिर से खोदनी पड़ेगी सड़क

locationअयोध्याPublished: May 18, 2018 12:50:26 pm

ज़िम्मेदार विभागों की लापरवाही के चलते पानी की तरह बहाया जा रह है जनता का पैसा पहले बनती है सड़क फिर खोदकर डाली जाती है पाइप लाइन

Officials in development work in Ayodhya are negligent

Ayodhya News

अयोध्या : राम नगरी अयोध्या के विकास के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा कई योजनाये शुरू होने से पहले ही रुक गई है . नगर में विजली पानी सडक की समस्या के निदान के लिए कार्य करने थे लेकिन एक वर्ष पूर्व से चल रहे अंडरग्राउंड बिजली के विस्तारिकरण का कार्य अनुबंध समय सीमा समाप्त हो जाने से किसी तरह कार्यदायी संस्था ने कार्य को जैसे तैसे पूरा करा दिया . लेकिन मानक के अनुरूप कार्य ना होने से यह कार्य अधर में है . जिसके चलते अन्य कई विकास कार्य को करने के लिए रुकावट आ गई है ऐसे में दिसंबर तक अयोध्या के विकास के लिए घोषित अन्य योजनाओं पर कार्य कैसे पूरा हो पायेगा ये यक्ष प्रश्न है . वहीँ ज़िम्मेदार विभाग के अधिकारी भी इस मामले को लेकर चुप्पी साधे हैं और की गयी गलतियों का ठीकरा एक दूसरे के सिर फोड़ रहे हैं .
अयोध्या में अंडरग्राउंड विद्युतीकरण योजना में खराब काम होने के चलते फिर से खोदी जाएँगी सड़के

बताते चलें कि धार्मिक नगरी अयोध्या में सुचारू विद्युत् व्यवस्था और सड़क पर लगे खम्भों से तारों का जाल हटाने के उद्देश्य से अंडरग्राउंड विद्युतीकरण का काम चल रहा था . लेकिन निर्धारित समय सीमा में यह कार्य पूरा नहीं हो सका जिसके बाद जल्दबाजी में जो कार्य कराये गए वह मानक के अनुरूप नहीं थे और बीते दिनों जांच के बाद इस काम को रोक कर फिर से अच्छे ढंग से कराने के निर्देश दे दिए गए .जिसके कारण अब उन योजनाओं पर ब्रेक लग गया है जिन्हें अयोध्या के चहुंमुखी विकास के लिए धरातल पर लाया जान था . जिसमे मुख्य मार्ग का चौड़ीकरण , अयोध्या के अन्य सडको का नव निर्माण होना है था. केंद्र सरकार द्वारा हर घर बिजली देने की इस योजना में अयोध्या में हुए बिजली के कार्य से सिर्फ उपलब्ध लाईन को ही बिजली मिल सकती है क्योकि इस कार्य में नए बिजली कनेक्शन करने के लिए लगे बाक्स में स्थान रिक्त ही नहीं है . |
नए कनेक्शन लगाने के लिए नयी व्यवस्था में लगे बिजली कनेक्शन के डिब्बों में नहीं है जगह कैसे लगेंगे नए कनेक्शन

श्रृंगारहाट विद्युत् उपकेन्द्र के अभियंता अवधेश मिश्र ने बताया कि भूमिगत विद्युतीकरण से क्षेत्रों में नये कनेक्शनों के लिए आ रहे आवेदनों से काफी परेशानी हैं कि आखिर नयी केबिल कैसे खींची जाए, जब कि विद्युत पोलों के माध्यम से कनेक्शन करना कर्मचारियों के लिए सुविधा पूर्ण था लेकिन भूमिगत व्यवस्था होने से नए कनेक्शन नहीं हो पा रहे है . इस कार्य के लिए मौजूद कर्मियों के पास किसी प्रकार कोई संसाधन उपलब्ध नही है. जिसके लिए अपने अधिकारियो को एक पत्र के माध्यम से समस्या के निदान कराने के लिए भेजा है.बड़ी समस्या ये है कि ठेकेदारों ने मौजूदा कनेक्शन के लिहाज से ही बाक्स में कनेक्शन की व्यवस्था दी है. लेकिन भविष्य में बढ़ने वाले कनेक्शनों का सिस्टम ही नहीं रखा है. वही फैजाबाद अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण प्रथम खंड मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि उच्चाथिकारियों से वार्ता हुई है. कार्यदाई संस्था से नये करार के बारे में मंथन किया जा रहा है. लेकिन वह मानते है कि इस नये कनेक्शनों को लगाने के लिए पुन: भूमिगत लाईन ड़ालनी पड़ेगी और यह सुविधा विभाग के पास नही है.

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