चिता पर बैठे महंत परमहंस दास ने कहा शायद मेरी मौत के बाद राम मंदिर निर्माण की सुध लें पीएम मोदी पत्रिका टीम से बातचीत करते हुए परमहंस दास ने कहा कि पिछली बार जब मैंने अनशन किया था तो प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वादे के साथ अनशन को समाप्त कराया था कि वह उनकी मुलाकात देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराएंगे और राम मंदिर निर्माण को लेकर अपनी भूमिका स्पष्ट करेंगे | लेकिन ना ही उनकी मुलाकात हो पाई और ना ही राम मंदिर को लेकर अभी तक कोई ठोस कदम उठाया गया | इसलिए अब मजबूर होकर मुझे अपना जीवन त्यागना होगा | मुझे उम्मीद है कि शायद मेरी मौत के बाद जो आंदोलन हो उससे सरकार चेते और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो जाए | वहीं अयोध्या में शिवसेना और विहिप के कार्यक्रम को लेकर परमहंस दास ने कहा कि यह सब चुनावी कार्यक्रम है | चुनाव आते ही इस तरह के आयोजन किए जा रहे हैं जिससे जनता को मूर्ख बना कर लिया जा सके | लेकिन बीजेपी को ध्यान रखना होगा कि अगर राम मंदिर को लेकर कोई कदम ना उठाया गया तो बीजेपी की हालत बेहद खराब होगी और उन्होंने राम मंदिर बनवा दिया तो हमेशा के लिए देश की सत्ता पर काबिज हो जाएंगे | परमहंस दास के इस पूरे कार्यक्रम के दौरान अफरा-तफरी का माहौल रहा और एक साधु का स्वयं अपने हाथों से अपनी चिता बनाते हुए देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा रही | मीडिया को बाईट देने के बाद परमहंस दास चिता से उठ कर अपने आश्रम में चले गए ।