राम नगरी अयोध्या में पूर्व में आयोजित दीपोत्सव के आयोजन के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा लगाई जाए की घोषणा की थी। जिसके तहत अयोध्या की माझाबराहटा क्षेत्र में 100 एकड़ की भूमि पर बनाये जाने की योजना थी । सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत इस योजना को लेकर कैबिनेट ने मंजूरी भी दे दी लेकिन भूमि अधिअर्जन में किसानों ने उचित मुआवजा न मिलने का आरोप लगाते हुए जमीनों को देने से इनकार कर दिया था इसके बाद यह योजना भी कागजों तक ही सीमित रह गई लेकिन एक बार फिर इस योजना को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में अधिकारियों को भूमिअर्जन के लिए निर्देशित किया है। जिसके बाद फिर अधिकारियों ने किसानों के बीच पहुंच रहे है लेकिन अधिकारियों के बीच समन्वय नही बन पा रहा है।
माझा बरहटा के किसानों के मुताबिक कोर्ट के निर्देशानुसार बिना सहमति के भूमि अर्जन नहीं किया जा सकता जिसके लिए लगातार अधिकारी से सहमति को लेकर वार्ता की जा रही है लेकिन किसानों की भूमि को उचित मुआवजा ना देने के कारण यह सहमति नहीं बन सका है लोगों की मांग की 2017 के सर्कल रेट बढ़ाते हुए वर्तमान समय के अनुसार सर्कल रेट से चार गुना मुवाबजा मिलना चाहिए। जब भी अधिकारी मुवाबजा दिए जाने वाले मुवाबजे को साफ नही कर रहे हैं।