ट्रस्ट के निर्देशों पर होगा काम पीएमओ के निर्देशों के बाद पीएम मोदी के नाम की उद्घाटन शिलापट्टिकाएं सजाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। निर्देश आते ही शासन-प्रशासन ने उद्घाटन और शिलान्यास की फाइलें दाखिल दफ्तर करते हुए पट्टिकाएं सजाने का काम रोक दिया है। जिला प्रशाशन अब पूरी तरह से श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निर्देश पर काम करेगा। वहीं दूसरी तरफ अब भूमि पूजन कार्यक्रम में राम मंदिर आंदोलन से शुरू से जुड़े लोगों की संख्या ज्यादा नजर आएगी। मंच पर भी मोदी के साथ आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और कल्याण सिंह को जगह मिल सकती है।
सरकारी घोषणाओं पर हो सकती है आपत्ति शिलान्यास व उद्धाटन की तैयारी के लिए नोडल अफसर बनाए गए परियोजना निदेशक कमलेश सोनी के मुताबिक पीएमओ के निर्देश के बाद सारे सरकारी कार्यक्रम स्थगित कर दिये गए हैं। संस्कृति विभाग की प्रदर्शनी को भी रद्द कर दिया गया है। यह भी सरकारी कार्यक्रम के ही अंतर्गत होना था। पीएमओ का मानना है कि धार्मिक ट्रस्ट के मंच से सरकारी घोषणाओं पर आपत्ति उठाई जा सकती है, इसलिए आनन-फानन में ऐसा फैसला लिया गया है। सूत्रों की अगर मानें को पीएम मोदी एक बार फिर अयोध्या आकर हजारों करोड़ रुपए की पर्यटन, सड़क, वायु और जल परिवहन समेत 84 कोस में विस्तारीकरण योजना का शुभारंभ करेंगे।