scriptमिलिए एक ऐसे पुलिस अफसर से जो रात में अपनी गाड़ी में लेकर चलते हैं कम्बल | Police Officer Ayodhya Virender Vikram Singh is helping poor in cold | Patrika News

मिलिए एक ऐसे पुलिस अफसर से जो रात में अपनी गाड़ी में लेकर चलते हैं कम्बल

locationअयोध्याPublished: Dec 29, 2019 01:31:30 pm

खबर के मुख्य बिंदु
– अयोध्या में तैनात सीओ क्राइम वीरेंद्र विक्रम सिंह ने कायम की मिसाल
– एक तरफ निभा रहे खाकी का फर्ज दूसरी तरफ उतार रहे इंसानियत का कर्ज
– कड़ाके कि ठंड में ड्यूटी के साथ धार्मिक नगरी के तमाम गरीबों के लिए बने सहारा

Police Officer Ayodhya Virender Vikram Singh is helping poor in cold

मिलिए एक ऐसे पुलिस अफसर से जो रात में अपनी गाड़ी में लेकर चलते हैं कम्बल

अनूप कुमार अयोध्या : इन दिनों केंद्र सरकार द्वारा एनआरसी सी ए ए और एनपीए बिल लागू करने की बात को लेकर देशभर में समर्थन और विरोध का दौर जारी है | कानून व्यवस्था बहाल रखने के लिए हर प्रदेश की पुलिस भी मोर्चे पर है | कहीं विरोध की शक्ल में देश में अराजकता फैलाने वाले कट्टरपंथी पत्थर लिए पुलिस पर निशाना साध रहे हैं तो कुछ जगहों पर पुलिस की कार्यवाही पर आम लोग पुलिस की तारीफ भी कर रहे हैं | इस बेहद संवेदनशील समय में भी अपनी ड्यूटी को जिम्मेदारी से अंजाम देने के साथ ही पुलिस के कई ऐसे अधिकारी भी हैं जो न सिर्फ अपनी वर्दी का फर्ज निभा रहे हैं बल्कि मानवीय दृष्टिकोण को सर्वोपरि मानते हुए औरों के लिए मिसाल भी हैं | ऐसे ही एक पुलिस अधिकारी हैं अयोध्या जिले में तैनात सीओ क्राइम वीरेंद्र विक्रम सिंह जो इन दिनों अयोध्या के उन तमाम असहायों के लिए एक बड़ी मदद से कम नहीं है जो ठंड में ठिठुर रहे हैं और उनके पास ठंड से बचने का उपाय नहीं है |

यह खबर लोकप्रियता को पाने का एक हथकंडा नहीं बल्कि वह असल हकीकत है और एक सामाजिक दायित्व है जिसे एक पुलिस अधिकारी निभा रहा है | दरअसल अयोध्या में राम जन्मभूमि मामले को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं | जिन्हें चाक-चौबंद रखने के लिए बड़ी तादाद में पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है | इन्हीं में से एक अधिकारी हैं सीओ क्राइम वीरेंद्र विक्रम सिंह , जो रोजाना रात के अंधेरे में अपनी टीम के साथ शहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हैं | लेकिन इस कड़ाके की ठंड में सीओ साहब अपनी गाड़ी में कंबल भी साथ लेकर चलते हैं | जिस मोड़ पर जिस गली में कहीं कोई ठंड से ठिठुरते हुआ दिखता है तो अपनी गाड़ी रोकते हैं उससे उसका हालचाल पूछते हैं और उसके बाद कंबल उसके ऊपर डाल कर अपना ख्याल रखने की बात कहकर अपनी ड्यूटी के लिए चल पड़ते हैं | अयोध्या में तमाम ऐसे गरीब हैं जिनकी मदद इस अधिकारी ने की है | जाहिर तौर पर ऐसे लोग समाज के लिए मिसाल हैं जिन्होंने न सिर्फ खाकी की जिम्मेदारी को समझा है बल्कि मित्र पुलिस का फर्ज भी निभाया है | ऐसे अधिकारियों से अन्य को भी सबक लेने की जरूरत है …
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो