तापमान के कारण राफ्ट निर्माण में आ रही बाधा राम मंदिर को लेकर निर्माण समिति की बैठक के पहले दिन दो चरणों मे आयोजित किया गया। पहला चरण मंदिर परिसर में स्थलीय निरीक्षण के बाद परिसर स्थित विश्वामित्र आश्रम एलएन्डटी कार्यालय में किया गया जिसमें राफ्ट निर्माण के तकनीकी पर विचार हुआ। वहीं दूसरे चरण की बैठक सर्किट हाउस में किया गया। इस दौरान राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जानकारी देते हुए बताया कि आज तकनीकी और भविष्य की योजना को लेकर बातचीत किया गया है और परिसर में जो कार्य किया जा रहा है जल्द ही इस पूरे कार्य को मीडिया के सामने रात्रि के दौरान दिखाया जाएगा। बताया कि अब जितना भी कार्य होगा वह कम से कम 22, 23 डिग्री सेल्सियस के तापमान होना जरूरी है। वह रात्रि में ही मिल पाएगा। लेकिन अभी भी रात्रि का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है। जिसके कारण राफ्ट की ढलाई के लिए बर्फ का इस्तेमाल अधिक करना पड़ रहा है। इसलिए 23 डिग्री तापमान तक आने के लिए इंतजार करना चाहिए।
रामनवमी पर सूर्य किरण से प्रकाशमान होगा गर्भगृह माननीय प्रधानमंत्री महोदय द्वारा अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के सामने या विषय रखा है की प्रयास करो प्रति वर्ष रामनवमी के दिन दोपहर 12:00 बजे भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाता है उस दौरान सूर्य की किरण भगवान श्री राम लला के मुख्य को प्रकाशित करें और उसका दृश्य अयोध्या के सैकड़ों स्थानों सार्वजनिक स्थानों पर पर डिस्प्ले किया जाए अंतरिक्ष वैज्ञानिक ही यह कार्य कर सकते हैं उनका कार्य चल रहा है लेकिन अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के द्वारा अभी टिप्पणी नहीं आई है लेकिन उनका भरोसा है कि वह इस कार्य में सफल होंगे।
संघ प्रमुख राम मंदिर निर्माण का लेंगे जायजा वही बताया कि मंदिर निर्माण को लेकर बहुत ही अच्छा डेवलपमेंट किया जा रहा है समय के अनुसार सभी कार्य किए जा रहे हैं और संतोषजनक कार्य है। अयोध्या पहुंच रहे संघ प्रमुख मोहन भागवत के रामलला दर्शन और मंदिर निर्माण की तैयारी को जाने के लिए परिसर जाने की बात पर बताया कि हर आदमी जो अयोध्या आता है वह मंदिर निर्माण को देखने जाता है अगर मोहन भागवत भी पहुंच रहे हैं। तो उसमें नया गलत क्या है।